लाल डोरा नहीं बढ़ाया जाने से हो रही परेशानी
कई सालों से ग्रामीण क्षेत्र में गांवों का लाल डोरा नहीं बढ़ाया जाने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए प्रदेश के वित्त मंत्री द्वारा भी घोषणा की जा चुकी है कि जल्द ही गांवों का लाल डोरा बढ़ाया जाएगा लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। रविवार को गुरुग्राम सरपंच एसोसिएशन और कई गांवों के सरपंचों की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा गया है कि जल्द ही इस बारे में प्रक्रिया शुरू की जाए और गांवों का लाल डोरा बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री के नाम लिखे पत्र में कहा कि गांवों में पिछले काफी समय से लाल डोरा नहीं बढ़ाया गया है।
जागरण संवाददाता, मानेसर: कई सालों से ग्रामीण क्षेत्र में गांवों का लाल डोरा नहीं बढ़ाया जाने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए प्रदेश के वित्त मंत्री द्वारा भी घोषणा की जा चुकी है कि जल्द ही गांवों का लाल डोरा बढ़ाया जाएगा लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
रविवार को गुरुग्राम सरपंच एसोसिएशन और कई गांवों के सरपंचों की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा गया है कि जल्द ही इस बारे में प्रक्रिया शुरू की जाए और गांवों का लाल डोरा बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री के नाम लिखे पत्र में कहा कि गांवों में पिछले काफी समय से लाल डोरा नहीं बढ़ाया गया है। पिछले करीब पचास साल से लाल डोरा नहीं बढ़ाया गया है जबकि जनसंख्या तब से कई गुणा बढ़ चुकी है।
गुरुग्राम सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष और गांव सिकंदरपुर के सरपंच सुंदरलाल यादव का कहना है कि लाल डोरा काफी समय से नहीं बढ़ाया गया है। गांव में लोगों द्वारा रोजाना मकान बनाए जा रहे हैं। जगह कम होने के कारण लोगों को लाल डोरे से बाहर ही मकान बनाना पड़ रहा है।
गांव मोकलवास के सरपंच मनोज यादव ने बताया कि लाल डोरा बढ़ाया जाना चाहिए। अभी लाल डोरे के अंदर ग्रामीणों को मजबूरी में रहना पड़ रहा है। अगर लाल डोरे का दायरा बढ़ा दिया जाता है तो ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी। मानेसर के आसपास के गांवों में एक गांव में ही एक लाख से अधिक लोग रहते हैं। लाल डोरे का दायरा यहां भी नहीं बढ़ाया गया। जनसंख्या में कई गुना बढ़ोतरी हुई लेकिन लोगों के रहने के लिए लाल डोरे का दायरा नहीं बढ़ाया गया। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए और जल्द ही इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।