राजस्थान बार्डर पर कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन का गुरुग्राम इलाके में असर

कृषि कानूनों के खिलाफ राजस्थान के जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर प्रदर्शन का दिल्ली-जयपुर हाईवे पर खासा असर दिखाई दिया। बिलासपुर एवं कापड़ीवास बार्डर के नजदीक से ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Jul 2021 05:39 PM (IST) Updated:Wed, 07 Jul 2021 07:18 PM (IST)
राजस्थान बार्डर पर कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन का गुरुग्राम इलाके में असर
राजस्थान बार्डर पर कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन का गुरुग्राम इलाके में असर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कृषि कानूनों के खिलाफ राजस्थान के जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर प्रदर्शन का दिल्ली-जयपुर हाईवे पर खासा असर दिखाई दिया। बिलासपुर एवं कापड़ीवास बार्डर के नजदीक से ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा। इससे गुरुग्राम इलाके में हाईवे पर वाहनों का दबाव रहा और वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। दिल्ली की तरफ जयपुर जाने वाले काफी लोग वापस लौट गए। प्रदर्शन की वजह से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर (गुरुग्राम इलाके में) ट्रैफिक पुलिस का वाहनों को लेन में चलना सुनिश्चित करने को लेकर अभियान भी बुधवार से शुरू नहीं हो सका।

जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर प्रदर्शन की वजह से जयपुर की तरफ जाने वाले वाहनों का सुबह नौ बजे एवं दोपहर 12 बजे के बाद आधे से पौन घंटे के लिए ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। इसका असर दोपहर दो बजे तक हाईवे पर दिखा। नतीजा यह रहा कि पिछले एक महीने से हाईवे पर अभियान चलाने को लेकर की जा रही तैयारी भी धरी रह गई। जो पुलिसकर्मी अभियान में लगने वाले थे उन्हें हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु करने में लगा दिया गया।

अब जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर सबकुछ सामान्य रहने पर बृहस्पतिवार से अभियान शुरू किया जाएगा। अभियान चलाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि भारी वाहन बाईं लेन में ही चलें। बता दें कि हाईवे पर अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं। हादसों के पीछे मुख्य कारण भारी वाहनों का अपनी लेन में नहीं चलना है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने अगले कुछ दिनों तक लगातार विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। जहां अपनी लेन में नहीं चलने वाले वाहनों का चालान किया जाएगा वहीं चालकों को जागरूक भी किया जाएगा। उन्हें जिदगी कितनी अनमोल है, इसका अहसास कराया जाएगा।

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हर जगह पुलिस रही अलर्ट

कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन को देखते हुए न केवल बिलासपुर एवं कापड़ीवास बार्डर के नजदीक बल्कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा एवं सिरहौल बार्डर के नजदीक भी पुलिस अलर्ट रही। यदि हाईवे पर वाहनों का अधिक दबाव बढ़ता तो खेड़कीदौला टोल प्लाजा एवं मानेसर घाटी के नजदीक से भी ट्रैफिक डायवर्ट करने पर विचार किया जाता लेकिन ऐसी नौबत नहीं आई।

कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की वजह से वाहन चालक अधिक परेशान न हों, इसे लेकर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया था। इस वजह से जिदगी बचाने को लेकर हाईवे पर अभियान बुधवार से शुरू नहीं हो सका।

-प्रवीण मलिक, सहायक पुलिस उपायुक्त (हाईवे, ट्रैफिक), गुरुग्राम

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