करवाचौथ को लेकर बाजारों में बिखरी पारंपरिक छटा

करवाचौथ व्रत को लेकर सदर बाजार दुल्हन की तरह सज गया है। बाजार में परंपराओं के रंग बिखरने लगे हैं और चूड़ी बिदी मेहंदी सहित श्रृंगार केके सामान की दुकानों पर ग्राहकों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 02:58 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 02:58 PM (IST)
करवाचौथ को लेकर बाजारों में बिखरी पारंपरिक छटा
करवाचौथ को लेकर बाजारों में बिखरी पारंपरिक छटा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: करवाचौथ व्रत को लेकर सदर बाजार दुल्हन की तरह सज गया है। बाजार में परंपराओं के रंग बिखरने लगे हैं और चूड़ी, बिदी, मेहंदी सहित श्रृंगार केके सामान की दुकानों पर ग्राहकों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई हैं। वैसे तो मेहंदी अमूमन एक दिन पहले लगाई जाती है लेकिन सुहागिनें कतार से बचने के लिए शुक्रवार को ही बाजारों में मेहंदी लगवाने के लिए पहुंचीं। महिलाएं कोरोना नियमों का पालन करते हुए मास्क में मेहंदी लगवाती नजर आई।

सदर बाजार में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर ही मेहंदी कलाकार बैठे हुए हैं। मेहंदी लगवाने पहुंची सुष्मिता ने बताया कि मेहंदी कलाकारों ने अपने अलग रेट तय किए हुए हैं। डिजाइन के अनुसार अलग-अलग रेट हैं। शनिवार व रविवार को मेहंदी लगवाने वालों के पास सुहागिनों की कतारें लग जाती हैं। ऐसे में दो दिन पहले ही मेहंदी लगवा रही हैं। आकांक्षा ने बताया कि वह कई दिनों से करवाचौथ व्रत को लेकर खरीदारी कर रही हैं। अब खरीददारी पूरी होते ही मेहंदी लगवाने आई हैं। उन्होंने बताया कि बाजार में श्रृंगार व चूड़ियों के सामान की दुकानों के बाहर भी दुकानदारों ने अपने मेहंदी कलाकार बैठाए हुए हैं। मेहंदी पहले लगवाने से रंग भी अच्छा चढ़ता है।

मेहंदी कलाकारों का कहना है कि महिलाएं काफी संख्या में मेहंदी लगवाने के लिए पहुंच रही हैं। उम्मीद है कि इस बार कमाई अच्छी होगी। पिछले वर्ष कोरोना महामारी के कारण काफी नुकसान हुआ था लेकिन इस बार ग्राहक दो दिन पहले ही पहुंचने शुरू हो गए हैं। ऐसे में अन्य सहायक कलाकारों को भी सहयोग के लिए बुलाया गया है। काफी संख्या में महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने घर पर ही मेहंदी लगवाने के लिए बुकिग की हुई है। इसलिए इस बार कमाई अच्छी होने के आसार हैं।

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