अनलाक में आराम, भीड़ बढ़ने पर बज जाएगा अलार्म

कई राज्य सरकारें सार्वजनिक स्थलों को धीरे-धीरे अब सीमित संख्या की अनुमति के साथ अनलाक कर रही हैं। लेकिन इस अनलाक की स्थिति में अचानक से इन जगहों पर भीड़ न बढ़े इसको रोकने के लिए हितेन गौतम ने एक ऐसा उपकरण (डिवाइस) तैयार किया है जो महामारी के इस दौर बेहद कारगर हो साबित हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 08:43 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:43 PM (IST)
अनलाक में आराम, भीड़ बढ़ने पर बज जाएगा अलार्म
अनलाक में आराम, भीड़ बढ़ने पर बज जाएगा अलार्म

रीतिका मिश्रा, नई दिल्ली

कई राज्य सरकारें सार्वजनिक स्थलों को धीरे-धीरे अब सीमित संख्या की अनुमति के साथ अनलाक कर रही हैं। लेकिन इस अनलाक की स्थिति में अचानक से इन जगहों पर भीड़ न बढ़े इसको रोकने के लिए हितेन गौतम ने एक ऐसा उपकरण (डिवाइस) तैयार किया है जो महामारी के इस दौर बेहद कारगर हो साबित हो सकता है।

शालीमार बाग स्थित माडर्न पब्लिक स्कूल के छठी कक्षा के छात्र हितेन के मुताबिक उन्होंने एंट्री (प्रवेश)-एक्जिट(निकास) डिवाइस बनाई है। डिवाइस की मदद से सार्वजनिक स्थल पर लोगों की भीड़ को सीमित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को शापिग माल, पार्क, जिम, रेस्टोरेंट, सामूहिक कार्यक्रमों में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए डिवाइस को प्रवेश व निकासी द्वार पर लगाना होगा। फिर उस स्थल पर जितने भी लोग प्रवेश करेंगे या बाहर जाएंगे, उनकी संख्या की जानकारी मिलेगी। उपकरण में लोगों की संख्या को सेट करने की भी है सुविधा

हितेन के मुताबिक उनके द्वारा बनाए गए उपकरण में कुल व्यक्तियों की संख्या सेट करने की भी सुविधा है। मसलन किसी सार्वजनिक स्थल पर 40 व्यक्तियों की अनुमति है तो उपकरण में कुल संख्या 40 सेट करनी होगी। इसके बाद उस स्थल पर मौजूद लोगों की संख्या अगर सेट की गई संख्या तक पहुंच जाती है तो उपकरण के सर्किट बोर्ड पर लगी एलईडी लाइट लाल रंग से जल उठती है और उपकरण में लिख कर आता है प्रवेश निषेध। जब पहले से अंदर मौजूद कुछ व्यक्ति बाहर आ जाते हैं तो तभी उस स्थल पर नए लोगों को प्रवेश करने की अनुमति मिलती है। हितेन के मुताबिक फिलहाल यह उपकरण का मूलरूप है जिसे सिर्फ पांच लोगों के लिए कोड किया गया है। हालांकि, इसे बाद में आवश्यकतानुसार फिर से प्रोग्राम किया जा सकता है।

- मुझे विज्ञान में गहरी रुचि है। मैं आगे चलकर वैज्ञानिक बनना चाहता हूं। मैं अपना ज्यादातर समय ऐसे उपकरणों के बारे में जानने में ही लगाता हूं जिससे समाज के लिए सहायक हो। - हितेन गौतम, छात्र - हितेन ने पिछले साल भी शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए एक उपकरण तैयार किया था। स्कूल की तरफ से हम प्रयास कर रहे हैं कि हितेन के दोनों उपकरणों को पेटेंट कराया जाए।

- अल्का कपूर, प्रधानाचार्या, माडर्न पब्लिक स्कूल, शालीमार बाग

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