तीन नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट दिलाएंगे सीवर समस्या से निजात
शहर में बन रहे तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों (एसटीपी) से सीवर की समस्या से निजात मिलेगी। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) द्वारा इसको लेकर तैयारी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: शहर में बन रहे तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों (एसटीपी) से सीवर की समस्या से निजात मिलेगी। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) द्वारा इसको लेकर तैयारी की जा रही है। ये एसटीपी बनने से ड्रेनों को सीवर के गंदे पानी से दूषित होने से भी बचाया जा सकेगा। बजघेड़ा और धनकोट में दो-दो एमएलडी और जहाजगढ़ में 20 एमएलडी का प्लांट बनेगा।जहाजगढ़ में एसटीपी का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। एसटीपी नहीं होने से बरसाती नालों में सीवर का वेस्ट (अपशिष्ट) डालने के कारण नालों का पानी प्रदूषित हो रहा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा भी ड्रेनों के जरिए यमुना नदी में गंदगी पहुंचने पर सख्ती बरती जा चुकी है।
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इन इलाकों को मिलेगा फायदा
बजघेड़ा और धनकोट में बनने वाले प्लांट पर सात- सात करोड़ रुपये खर्च होंगे। जहाजगढ़ में एसटीपी के निर्माण पर लगभग 32 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके बनने से गंगा विहार, साईं कुंज, सराय अलावर्दी, शिव विहार व न्यू पालम विहार के कुछ क्षेत्र के सीवर को भी इससे जोड़ा जाएगा। खासतौर पर अवैध कालोनियों के ज्यादातर सीवर कनेक्शन बरसाती नालों में जुड़े हुए हैं। जीएमडीए ने काफी जगह पर अवैध कनेक्शनों को काटने की कार्रवाई की है, लेकिन नगर निगम क्षेत्र में अभी भी काफी कनेक्शन अवैध तरीके से बरसाती नालों में जुड़े हुए हैं। जहाजगढ़ में एसटीपी का निर्माण शुरू हो गया है। धनकोट और बजघेड़ा में भी एसटीपी का निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
प्रदीप कुमार, मुख्य अभियंता, जीएमडीए।