सहेज लो हर बूंद : पार्को में नहीं है रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

साइबर सिटी में सेक्टर-46 रेजिडेंसी ग्रींस सोसायटी की पहचान हरियाली के प्रतीक के रूप में है मगर इसमें भी जितने कामन रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम होने चाहिए उतने नहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 08:19 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 08:19 PM (IST)
सहेज लो हर बूंद : पार्को में नहीं है रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
सहेज लो हर बूंद : पार्को में नहीं है रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी में सेक्टर-46 रेजिडेंसी ग्रींस सोसायटी की पहचान हरियाली के प्रतीक के रूप में है, मगर इसमें भी जितने कामन रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम होने चाहिए, उतने नहीं हैं। सोसायटी में तीन मुख्य सड़कें हैं। उन पर एक-एक सिस्टम विकसित है लेकिन पार्कों में नहीं। बारिश का पानी सबसे अधिक पार्कों में ही जमा होता है। इसके लिए आवश्यक है कि सभी पार्क में कम से कम एक-एक रेन वाटर हार्वेस्टिग हो।

सोसायटी लगभग 20 एकड़ में है। 300 से अधिक परिवार इसमें रहते हैं। छोटे-बड़े कुल छह पार्क हैं। अधिकतर मकानों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम विकसित है लेकिन पार्कों में भी सिस्टम विकसित होना चाहिए, इसके ऊपर आज तक ध्यान नहीं दिया गया। स्थानीय निवासी सुनील सुखीजा कहते हैं कि पार्कों में भी यदि सिस्टम विकसित हो जाता है तो बेहतर रहेगा। आवश्यकता है एक-एक बूंद बचाने के लिए। इसके लिए जिस स्तर पर प्रयास करने की आवश्कयता है, करने चाहिए। यही नहीं छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर भी पानी बचा सकते हैं। उदाहरणस्वरूप जितना पानी पीने की इच्छा है उतना ही लेना चाहिए। यदि कोई बच्चा आधा गिलास पानी पी सकता है फिर उसे एक गिलास पानी देने का कोई मतलब नहीं। पानी बर्बाद ही होगा। दैनिक जागरण ने सोसायटी के पार्कों में भी रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम विकसित करने को लेकर ध्यान दिलाया है। जल्द ही इस बारे में काम शुरू किया जाएगा। सोसायटी की सड़कों पर उस जगह रेन वाटर हार्वेस्टिग विकसित है जहां से एक-एक बूंद पानी नीचे चला जाता है। निश्चित रूप से पार्कों में भी सुविधा विकसित किए जाने से काफी लाभ होगा।

-नरेंद्र यादव, अध्यक्ष, रेजिडेंसी ग्रींस आरडब्ल्यूए भूमिगत जल स्तर को ऊंचा करने के लिए एक-एक बूंद पानी नीचे जाना चाहिए। इसके लिए सभी को मिलजुलकर प्रयास करना होगा। दैनिक जागरण इस दिशा में लोगों को जागरूक कर रहा है। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम विकसित करने पर जोर दिया जाए। साथ ही जितनी आवश्यकता हो उतने ही पानी का उपयोग करना चाहिए।

-डा. वीके गुप्ता, सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, जन स्वास्थ्य विभाग

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