मार्केट में मांग बढ़ने से आटोमोबाइल सेक्टर को मिली रफ्तार

अभी तक वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा सहायक कंपनियों को काफी कम शेड्यूल दिया जा रहा था इसमें तेजी से वृद्धि हुई है। नवंबर में लगभग 65 प्रतिशत शेड्यूल इनके लिए जारी किया गया था जो अब दिसंबर में बढ़कर 80 प्रतिशत से अधिक हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:43 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:43 PM (IST)
मार्केट में मांग बढ़ने से आटोमोबाइल सेक्टर को मिली रफ्तार
मार्केट में मांग बढ़ने से आटोमोबाइल सेक्टर को मिली रफ्तार

यशलोक सिंह, गुरुग्राम

ऐसा लग रहा है कि आटोमोबाइल सेक्टर के कदम सुधार की ओर बढ़ने लगे हैं। इसका संकेत देश के सबसे बड़े आटोमोबाइल हब गुरुग्राम में दिखने लगा है। अभी तक वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा सहायक कंपनियों को काफी कम शेड्यूल दिया जा रहा था इसमें तेजी से वृद्धि हुई है। नवंबर में लगभग 65 प्रतिशत शेड्यूल इनके लिए जारी किया गया था जो अब दिसंबर में बढ़कर 80 प्रतिशत से अधिक हो गया है। इससे आटोमोबाइल सेक्टर में उत्साह बढ़ा है। उद्यमियों का कहना है कि जैसे-जैसे सेमीकंडक्टर चिप की उपलब्धता बढ़ रही है वैसे-वैसे स्थिति में सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही मामला पूरी तरह से पटरी पर आ जाएगा।

आटोमोबाइल सेक्टर के विशेषज्ञों का कहना है कि मार्केट में वाहनों की मांग भरपूर है। इसके हिसाब से कंपनियां आपूर्ति नहीं दे पा रही हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह सेमीकंडक्टर की कमी है। फेस्टिवल सीजन के दौरान वाहनों की मांग तो मार्केट में भरपूर रही, मगर सेमीकंडक्टर की कमी के कारण इनकी डिलेवरी देने में काफी दिक्कत आई। अभी भी मांग भरपूर है। यदि लंबे समय तक आपूर्ति में दिक्कत आई तो आटोमोबाइल मार्केट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। बड़ी संख्या में लोगों को अभी भी तय समय पर डिलिवरी नहीं मिल रही है। यही बात इस सेक्टर के लोगों को चितित कर रही है।

उद्यमी मंदीप सरदाना का कहना है कि सेमीकंडक्टर के मामले में धीरे-धीरे स्थिति सुधर रही है। उम्मीद है कि मार्च, 2022 से पहले इसकी उपलब्धता शतप्रतिशत हो जाएगी। गुरुग्राम में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी, दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकार्प, होंडा और सुजुकी मोटरसाइकिल की ओर से सहायक कंपनियों को अच्छा शेड्यूल मिलने के बाद से उद्यमी काफी उत्साहित हैं। वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा सहायक कंपनियों को दिए जाने वाले वाले शेड्यूल में काफी सुधार आया है। दिसंबर के लिए 80 प्रतिशत से अधिक शेड्यूल सहायक कंपनियों को मिला है। अगले माह तक इसके शत प्रतिशत पहुंचने की प्रबल उम्मीद दिखाई दे रही है। सेमीकंडक्टर की उपलब्धता में भी सुधार देखा जा रहा है। नए वर्ष से यह सेक्टर ट्रैक पर आ सकता है।

मनोज जैन, डायरेक्टर, सुप्रीम रबर सेमीकंडक्टर चिप की कमी की वजह से आटोमोबाइल सेक्टर को बड़ा झटका लगा है। जहां फेस्टिवल सीजन वर्ष 2020 में कुल 19,38,066 वाहनों की डिलिवरी देश भर में दी गई थी, वहीं फेस्टिवल सीजन 2021 में केवल 15,79,642 वाहनों की डिलिवरी हो सकी, जबकि मार्केट में हर साल से इस बार बेहतर डिमांड थी। सेमीकंडक्टर की कमी के कारण वाहनों की डिलिवरी देने में दिक्कत आई।

सुमित मंगला, डायरेक्टर, वीडी मोटर्स

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