जलभराव प्रबंधन को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश

बारिश के बाद होने वाले जलभराव को लेकर उपायुक्त ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें जीएमडीए एनएचएआइ एवं नगर निगम के अधिकारी शामिल हुए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:50 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 07:50 PM (IST)
जलभराव प्रबंधन को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश
जलभराव प्रबंधन को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: बारिश के बाद होने वाले जलभराव को लेकर उपायुक्त ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें जीएमडीए, एनएचएआइ एवं नगर निगम के अधिकारी शामिल हुए। उपायुक्त ने सभी को जल निकासी के उचित प्रबंध के निर्देश दिए।

शहर में जिन स्थानों पर ज्यादा जलभराव हुआ है उनका एक-एक करके अधिकारियों से समाधान करने के बारे में उपायुक्त ने जवाब तलब किया। उन्होंने कहा कि इस मौसम की पहली बारिश में ही शहर के कुछ स्थानों पर ज्यादा जलभराव हो गया था, जो कि नहीं होना चाहिए था। अधिकारियों को समय रहते इसका समाधान करने के लिए निर्देश पहले ही दिए जा चुके थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह इस समस्या के समाधान के लिए तत्काल उपाय करें और जिन स्थानों पर ज्यादा पानी जमा हुआ है उनकी सूची बनाकर इस समस्या का स्थायी समाधान कराएं।

जलभराव स्थलों की समीक्षा करने के दौरान सेक्टर-9 और 10 में जलभराव का कारण जीएमडीएम और नगर निगम के अधिकारियों ने बसई चौंक पर बनाए जा रहे फलाईओवर को बताया। कहा कि इसकी वजह से मास्टर ड्रेन क्षतिग्रस्त हो गया है। अधिकारियों ने कहा कि मास्टर ड्रेन की मरम्मत होने तक फ्लाईओवर से पहले सीमेंटेड सड़कों के नीचे से ट्रेंच लेस पाइप डालनी पड़ेगी। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि यह पाइप डालने का कार्य जीएमडीए करेगा जबकि सीमेंटेड सड़कों के दक्षिण की तरफ संप बनाकर पानी निकासी के लिए पंप नगर निगम द्वारा लगाया जाएगा। उन्होंने यह कार्य एक सप्ताह में करने की समयसीमा भी तय की।

नगर निगम के अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि सेक्टर-9 से बारिश का पानी निकालने के लिए कच्ची ड्रेन खोद दी गई है। सुपर सकर मशीन लगाकर सीवरेज लाइन को साफ किया गया है। उपायुक्त ने निगम के अधिकारियों से कहा कि वे इस सेक्टर के पानी को जीएमडीए की मुख्य लाइन में डालने की व्यवस्था करें। बैठक में सेक्टर-15 भाग-दो में जलभराव का मामला भी रखा गया, जिसमें जीएमडीए अधिकारियों ने कहा कि सिग्नेचर टावर की तरफ से सारा पानी राष्ट्रीय राजमार्ग से होते हुए इस सेक्टर में भर जाता है।

उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जीएमडीए और एनएचएआइ के अधिकारी संयुक्त रूप से देखेंगे कि सरफेस ड्रेन को कहां जोड़ा जा सकता है और सेक्टर-31, सिग्नेचर टावर, राजीव चौक व सेक्टर-15 आदि क्षेत्र में जलभराव की समस्या का समाधान करेंगे। यह कार्य सोमवार शाम तक पूरा करने के निर्देश डा. यश गर्ग ने दिए। बैठक में जीएमडीए के मुख्य अभियंता प्रदीप कुमार, अधीक्षण अभियंता राजेश बंसल, एनएचएआइ से पीके कौशिक सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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