होटल मालिक हत्याकांड में आरोपित गिरफ्तार नहीं, लोगों ने लगाया जाम

बारह गांव के लोगों ने रविवार को बारह से डेढ़ बजे पटौदी-गुरुग्राम रोड को जाम कर दिया। जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई। सड़क के दोनों ओर एक किलोमीटर तक वाहनों की लाइन लग गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 08:08 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 08:08 PM (IST)
होटल मालिक हत्याकांड में आरोपित गिरफ्तार नहीं, लोगों ने लगाया जाम
होटल मालिक हत्याकांड में आरोपित गिरफ्तार नहीं, लोगों ने लगाया जाम

संवाद सहयोगी, पटौदी: धीरज होटल के संचालक अजीत की हत्या करने व उनके भाई महेंद्र को गोली मार घायल करने के मामले में पुलिस हमलावरों को अब तक नहीं पकड़ पाई। इस बात से नाराज होकर बारह गांव के लोगों ने रविवार को बारह से डेढ़ बजे पटौदी-गुरुग्राम रोड को जाम कर दिया। जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई। सड़क के दोनों ओर एक किलोमीटर तक वाहनों की लाइन लग गई। बाद में पुलिस ने वैकल्पिक रास्तों से वाहनों को निकाला। एसडीएम व एसीपी द्वारा हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार करने व अन्य समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन देने के बाद जाम समाप्त किया गया।

आठ अक्टूबर को धीरज होटल के अजीत की हत्या कर उनके भाई महेंद्र पर भी गोली चलाई थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वारदात को पांच लोगों ने अंजाम दिया था। दरअसल होटल मालिकों ने पास में स्थित ई-कामर्स सेक्टर से जुड़ी एक कंपनी के वेयरहाउस में अपनी गाड़ी भी लगा रखी थी, जिसमें से वे अपने लोगों से ही सामान उतरवाते थे। इधर कंपनी प्रबंधन ने श्रमिक कार्य का ठेका किसी और को दे रखा था। ठेका लेने वाले चाहते थे सामान की उतरवाई उनके माध्यम से ही करवाई जाए। इसी बात को दोनों पक्षों में पहले कहासुनी हुई बाद में होटल पर आए पांच युवकों ने वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में कोई गिरफ्तारी न होने पर शनिवार को सांपका गांव में एक पंचायत का आयोजन किया गया था जिसमें थली के बारह गांवों की पंचायत बुलाने का निर्णय लिया गया था।

रविवार सुबह दस थली के बारह गांवों ( जनौला, जौडी खुर्द, जौडी कलां, जमालपुर, जाटोला, बाबड़ा, बाकीपुर, ताजनगर, घोषगढ़, खवासपुर, जुडोला तथा सांपका गांवों ) की एक पंचायत प्रेम पाल चौहान की अध्यक्षता में गांव के बस अड्डे के पास हुई। इस पंचायत में हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होने पर रोष जताया गया। लोगों ने कहा क्षेत्र में गुंडागर्दी बढ़ रही है। कंपनी प्रबंधन विभिन्न ठेके देते समय वेंडर के क्राइम रिकार्ड का ध्यान नहीं रखता। लोग गुंडई के बल पर पहले से काम कर रहे लोगों को हटाने के जान तक ले लेते हैं। यही नहीं वेयरहाउस के कूड़े को सड़क पर ही डाल दिया जाता है। वेयरहाउस परिसर का गंदा पानी भी सांपका के जोहड़ में डाला जा रहा है। अपनी बसें भी किसी पार्किंग में खड़ी करने की बजाय सड़क पर खड़ा करती है जिससे आए दिन जाम लगता है।

इन समस्याओं को लेकर अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है। पंचायत में इन समस्याओं के समाधान के लिए एक 28 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया तथा प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग जाम कर दिया गया। जाम की सूचना पाकर एसडीएम प्रदीप कुमार, एसीपी बीर सिंह, थाना प्रबंधक शैलेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे। एसीपी बीर सिंह ने लोगों को आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार को पूरा न्याय दिलवाया जाएगा व आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी। सड़क पर अवैध रूप से खड़ी होने वाली बसों का चालान होगा।

एसडीएम प्रदीप कुमार ने लोगों से कहा कि बनाई गई कमेटी सोमवार को अपनी समस्या लिखित रूप में दे। ताकि समाधान हो सके।ग्रामीणों ने यह भी मांग की कि ऐसे लोगों को ठेका दिया जिनकी छवि ठीक हो। साथ ही कंपनी प्रबंधन पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दे। इस अवसर पर प्रताप सिंह, निवर्तमान जिला पार्षद विजयपाल शंटी, सांपका गांव के सरपंच हंसराज सैनी, ओमप्रकाश यादव, रोहताश नम्बरदार, गजे नम्बरदार, कृष्ण नम्बरदार, रामबीर नम्बरदार,भीम नम्बरदार, रामसिंह नंबरदार सहित कई लोग मौजूद रहे।

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