तंत्र के गण : कोरोना संकट में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया

वह पथ क्या पथिक परीक्षा क्या जिस पथ में बिखरे शूल न हो नाविक की धैर्य परीक्षा क्या यदि धाराएं प्रतिकूल न हो . उपरोक्त पंक्तियों को मूल रूप से बिहार के सासाराम निवासी व वर्तमान में लक्ष्मण विहार में रह रहे ट्रांसपोर्टर पीसी गुप्ता ने कोरोना संकट के दौरान साकार किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 07:48 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 07:48 PM (IST)
तंत्र के गण : कोरोना संकट में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया
तंत्र के गण : कोरोना संकट में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया

आदित्य राज, गुरुग्राम

वह पथ क्या पथिक परीक्षा क्या, जिस पथ में बिखरे शूल न हो,

नाविक की धैर्य परीक्षा क्या, यदि धाराएं प्रतिकूल न हो .

उपरोक्त पंक्तियों को मूल रूप से बिहार के सासाराम निवासी व वर्तमान में लक्ष्मण विहार में रह रहे ट्रांसपोर्टर पीसी गुप्ता ने कोरोना संकट के दौरान साकार किया। कोरोना संकट की वजह से काफी दिनों तक फैक्ट्रियां बंद रहीं। इस वजह से ट्रांसपोर्ट का कारोबार ठप हो गया था। ऐसे समय में उन्होंने समयानुकूल कार्य करना शुरू किया यानी मास्क एवं पीपीई किट बनाने का काम सेक्टर-37 इलाके में शुरू किया। इससे न केवल उनकी आर्थिक गाड़ी पटरी पर लौट आई बल्कि कई युवाओं को भी कंपनियां बंद होने की वजह से पलायन नहीं करना पड़ा।

कोरोना संकट से कुछ समय पहले ही पीसी गुप्ता के मन में गारमेंट सेक्टर में भी काम करने की इच्छा हो गई थी। कोरोना संकट के दौरान मास्क एवं पीपीई किट की मांग चरम पर थी। इसे देखते हुए उन्होंने सेक्टर-37 स्थित प्लांट में पीपीई किट एवं मास्क बनाना शुरू कर दिया। इससे 30 लोग कंपनियां बंद होने की वजह से सड़कों पर आने से बच गए। सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए नि:शुल्क हजारों मास्क बांटने का काम किया। ट्रांसपोर्टर के साथ ही उद्योगपति की पहचान बनाने वाले पीसी गुप्ता कहते हैं कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। उन्होंने बहुत नजदीकी से इसे देखा है। कोरोना संकट जैसे शुरू हुआ तो उन्हें लगा कि उनकी कंपनी के कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। उसे देखते हुए उन्होंने अपनी कंपनी के कर्मचारियों को तो काम दिया ही, कई अन्य युवाओं को भी काम पर रख लिया। इससे कई युवाओं ने पलायन नहीं किया। सभी पूरे मन से काम कर रहे हैं। काम शुरू होने से उनके ऊपर भी कोरोना संकट का बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ा।

............

जोश व जुनून से सफलता तय पीसी गुप्ता कहते हैं कि सही दिशा में जोश व जुनून के साथ काम किया जाए तो सफलता तय है। वह हमेशा से ही युवाओं से यही कहते हैं कि यह मत देखो कि इस काम में बहुत संघर्ष है। बुलंद इरादों के साथ काम शुरू कर दो, सफलता निश्चित रूप से हासिल होगी। उनके इस विचार से प्रभावित होकर काफी युवा बेहतर कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी