सीमा खुलने की गलतफहमी से बॉर्डर पर रहा ट्रैफिक का दबाव

अनलॉक-1 शुरू होने के बाद भी सीमावर्ती इलाकों के नाकों पर लॉकडाउन की तरह ही सख्ती बरकरार है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 06:30 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 08:22 PM (IST)
सीमा खुलने की गलतफहमी से बॉर्डर पर रहा ट्रैफिक का दबाव
सीमा खुलने की गलतफहमी से बॉर्डर पर रहा ट्रैफिक का दबाव

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : अनलॉक-1 शुरू होने के बाद भी सीमावर्ती इलाकों के नाकों पर लॉकडाउन की तरह ही सख्ती बरकरार है। बिना पास वाले वाहनों को गुरुग्राम सीमा में प्रवेश करने नहीं दिया गया। इससे सोमवार दिन भर सिरहौल बॉर्डर, कापसहेड़ा बॉर्डर एवं आया नगर बॉर्डर पर ट्रैफिक का दबाव बना रहा। पीक आवर के दौरान सिरहौल बॉर्डर पर एक किलोमीटर तक वाहनों की लाइनें लग गई थीं। ट्रैफिक दबाव बढ़ने के पीछे एक मुख्य कारण अनलॉक-1 में सीमा खोले जाने को लेकर काफी लोगों में गलतफहमी थी। वे घर से निकलकर बॉर्डर तक पहुंच गए फिर उन्हें पता चला कि सीमावर्ती नाकों पर पहले की तरह ही सख्ती है। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रहने वाले हजारों श्रमिक भी कापसहेड़ा बॉर्डर तक पहुंच गए थे। उन्हें भी लौटा दिया गया।

उद्यमियों से लेकर श्रमिकों तक को उम्मीद थी कि एक जून से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच रूटीन में आवाजाही शुरू हो जाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। पहले की तरह सख्ती बरकरार है। सीमा खोले जाने की उम्मीद से हजारों लोग बॉर्डर तक पहुंच गए, सभी को निराशा हाथ लगी। चाहे पैदल हों, कार सवार हो या फिर बाइक सवार, सभी को लौटा दिया गया। दोपहर बाद एक बार फिर सीमा को खोले जाने की अफवाह फैली। बताया जाता है कि सिरहौल बॉर्डर एवं कापसहेड़ा बॉर्डर से कुछ मिनट के लिए नाकों पर ढील दे दी थी लेकिन लिखित आदेश सामने न आने के बाद फिर से सख्ती बढ़ा दी गई। कापसहेड़ा बॉर्डर पर अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक श्रमिक पहुंचे थे। इनमें महिलाओं की संख्या अधिक थी। सभी श्रमिक विनती करते रहे लेकिन पुलिसकर्मियों ने किसी की एक न सुनी। व्यवस्था संभालने के लिए मौके पर उद्योग विहार थाना प्रभारी देवेंद्र ठाकुर के साथ ही इलाके के सहायक पुलिस आयुक्त बिरम सिंह भी पहुंचे। रोके जाने से नाराज श्रमिकों ने गुस्सा दिखाया लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझा-बुझाकर लौटा दिया। सोशल मीडिया से लेकर कुछ चैनलों पर सीमा खोले जाने की सूचना प्रसारित की गई थी। इसे देखकर मैं घर से निकला था। सिरहौल बॉर्डर पर आकर पता चला कि रूटीन में आवाजाही पर पहले की तरह ही रोक है।

- राहुल निवासी दिल्ली दिल्ली-गुरुग्राम के बीच रूटीन में आवाजाही पर रोक नहीं लगानी चाहिए। आखिर कैसे लोग काम कर पाएंगे। उम्मीद थी कि एक जून से सबकुछ सामान्य हो जाएगा लेकिन निराश हाथ लगी।

- जय कुमार निवासी दिल्ली मुझे जानकारी मिली थी कि एक जून से सीमा खोल दिया जाएगा। यही सोचकर दिल्ली से गुरुग्राम के लिए निकला था। सीमा पर गुरुग्राम पुलिस ने रोक दिया।

- अभिजीत निवासी दिल्ली गुरुग्राम में रहने वाले काफी लोग दिल्ली में काम करते हैं, इसी तरह दिल्ली में रहने वाले काफी लोग गुरुग्राम में काम करते हैं। ऐसे में दोनों के बीच आवाजाही पर रोक होनी ही नहीं चाहिए।

- हिमांशु निवासी दिल्ली सीमावर्ती इलाकों में नाके पहले की तरह ही लगे हुए हैं। आगे सरकार का जो भी आदेश होगा, उसके मुताबिक काम किया जाएगा। जब तक आदेश नहीं आता है तब तक सभी बॉर्डर के नाकों पर 24 घंटे पुलिस तैनात रहेगी।

- मोहम्मद अकील, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम

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