करोड़ों के बिल बनाकर सड़कों पर लगा रहे कूड़े का ढेर

सड़कों पर कूड़े के ढेर लगाने के नाम पर नगर निगम में सफाई एजेंसियों के करोड़ों रुपये के बिल मंजूर हो रहे हैं। जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर साइबर सिटी की खूबसूरती पर दाग लगा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 06:09 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 06:09 PM (IST)
करोड़ों के बिल बनाकर सड़कों पर लगा रहे कूड़े का ढेर
करोड़ों के बिल बनाकर सड़कों पर लगा रहे कूड़े का ढेर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सड़कों पर कूड़े के ढेर लगाने के नाम पर नगर निगम में सफाई एजेंसियों के करोड़ों रुपये के बिल मंजूर हो रहे हैं। जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर साइबर सिटी की खूबसूरती पर दाग लगा रहे हैं। अगर यही हालात रहे तो शहर स्वच्छता रैंकिग में पिछड़ सकता है।

शहर में नरसिंहपुर, मोहम्मदपुर, सीही, सेक्टर 82, सिकदरपुर क्षेत्र, सेक्टर चार-सात, देवीलाल नगर, शक्ति पार्क, अमर कालोनी, शिवाजी नगर, शांति नगर, राज नगर, खांडसा, सेक्टर 18 उद्योग विहार, कन्हैई, ओल्ड व न्यू रेलवे रोड, ओल्ड ज्यूडिशियल कांप्लेक्स सहित काफी जगहों पर नियमित रूप से सफाई नहीं होने के कारण कूड़ा फैला हुआ है। निगम की ओर से जून में निजी एजेंसियों को शहर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया था। सफाई के इस टेंडर में पहले भी धांधली के आरोप लग चुके हैं। लेकिन निगम अधिकारियों ने इस टेंडर की जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की। निजी एजेंसी साई एंटरप्राइजेज, आरके एंड कंपनी मैनपावर लिमिटेड, केसी एंटरप्राइजेज, प्रीमियर सिक्योरिटी एंड मैनपावर सर्विसेज और बालाजी इंजीनियर्स कंसल्टेंट्स को अलग-अलग जोन में काम दिया गया है। अधिकारी नहीं करते निरीक्षण

सैनिटेशन विग के अधिकारियों और निजी सफाई एजेंसियों की मिलीभगत के कारण सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं आ रहा है। निजी एजेंसियों के पूरे सफाई कर्मचारी मौके पर नहीं मिलते। टेंडर की शर्तों के मुताबिक सभी दस जोन में कुल 257 ट्रैक्टर और बीस जेसीबी मशीन सफाई के कामों के लिए लगाई जानी थी। लेकिन आधे से भी कम ट्रैक्टर चल रहे हैं और प्रत्येक जोन में दो जेसीबी भी नहीं लगाई गई हैं। सफाई एजेंसियां लाखों रुपये के बिल मंजूर करवा रही है। जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्रालियों में मानिटरिग के लिए जीपीएस भी नहीं लगाए गए हैं।

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