पुराने महाविद्यालयों के स्टाफ कर रहे नए में दाखिला बढ़ाने के लिए सहयोग

पिछले सत्र से खुले राजकीय महाविद्यालय रिठौज के प्राचार्य डा. विनय सिंह ने बताया कि दाखिलों की संख्या में बढ़ोतरी हो इसके लिए पुराने राजकीय महाविद्यालयों से मदद मिल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:32 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:48 PM (IST)
पुराने महाविद्यालयों के स्टाफ कर रहे नए में दाखिला बढ़ाने के लिए सहयोग
पुराने महाविद्यालयों के स्टाफ कर रहे नए में दाखिला बढ़ाने के लिए सहयोग

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले में पिछले वर्ष खुलने वाले नए राजकीय महाविद्यालयों में दाखिला बढ़ाने के लिए पुराने महाविद्यालयों के प्राध्यापक व अन्य स्टाफ सहयोग कर रहे हैं। पिछले सत्र से खुले राजकीय महाविद्यालय, रिठौज के प्राचार्य डा. विनय सिंह ने बताया कि दाखिलों की संख्या में बढ़ोतरी हो इसके लिए पुराने राजकीय महाविद्यालयों से मदद मिल रही है। जिन विद्यार्थियों को पुराने राजकीय महाविद्यालयों में दाखिला नहीं मिला है उन्हें प्राचार्य, प्राध्यापक व अन्य स्टाफ नए महाविद्यालयों में दाखिले के लिए प्रेरित कर रहे हैं। विद्यार्थियों को इन महाविद्यालयों में स्टाफ व अन्य सुविधाओं के बारे में बताया जा रहा है। बता दें कि नए खुले राजकीय महाविद्यालयों में केवल बीए और बीकाम कोर्स ही हैं। बीए कोर्स में 120 और बीकाम कोर्स में 80 सीटें हैं। नए राजकीय महाविद्यालयों में पचास प्रतिशत से अधिक सीटें हैं खाली: नए खुले राजकीय महाविद्यालयों में अभी तक स्नातक कोर्सों में 50 प्रतिशत से अधिक सीटें खाली हैं। इन महाविद्यालयों में दाखिला बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। राजकीय महाविद्यालय, रिठौज के प्राचार्य डा. विनय सिंह ने बताया कि बीकाम कोर्स में 30 और बीए कोर्स में 53 सीटों पर दाखिले हुए हैं। महाविद्यालय के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों और ग्रामीणों को भी दाखिले के लिए प्रेरित किया जा रहा है। राजकीय महाविद्यालय, फरुखनगर की प्राचार्य डा. अनुपमा यादव ने बताया कि बीए कोर्स में 62 और बीकाम कोर्स में 47 सीटों पर दाखिले हुए हैं। दाखिला प्रक्रिया पांच दिसंबर तक चलेगी। ऐसे में उम्मीद है कि दाखिलों की संख्या बढ़ेगी।

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