एस्ट्रोटर्फ के लिए सबसे लगाई गुहार, कहीं नहीं हुई सुनवाई

नया एस्ट्रोटर्फ लगवाने को लेकर पूर्व और वर्तमान सरकार में गुहार लगा लगाकर थक चुके पूर्व हाकी खिलाड़ी राजेश सैनी ने कहा कि अनेक बार प्रधानमंत्री से ट्विटर के माध्यम से एस्ट्रोटर्फ लगवाने की मांग की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 09:01 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 09:01 PM (IST)
एस्ट्रोटर्फ के लिए सबसे लगाई गुहार, कहीं नहीं हुई सुनवाई
एस्ट्रोटर्फ के लिए सबसे लगाई गुहार, कहीं नहीं हुई सुनवाई

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नेहरू स्टेडियम में नया हाकी एस्ट्रोटर्फ अब राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। नया एस्ट्रोटर्फ लगवाने को लेकर पूर्व और वर्तमान सरकार में गुहार लगा लगाकर थक चुके पूर्व हाकी खिलाड़ी राजेश सैनी ने कहा कि अनेक बार प्रधानमंत्री से ट्विटर के माध्यम से एस्ट्रोटर्फ लगवाने की मांग की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

सैनी ने कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में खेलों की सुविधा को लेकर सुनवाई होती, तो मैं वहां भी जरूर अर्जी लगता। क्योंकि हाकी के साथ जितना भेदभाव गुरुग्राम के साथ हुआ उसका दुख कोई दूसरा महसूस नहीं कर सकता। प्रदेश का ही नहीं, देश के बेस्ट हाकी सेंटरों में शामिल गुरुग्राम नेहरू स्टेडियम हाकी सेंटर को राजनीतिक साजिश के तहत बर्बाद किया गया।

पूर्व राष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी बीता दौर याद करते हुए कहते हैं एक समय ऐसा था जब गुरुग्राम जिले की टीम के साथ प्रदेश की कोई भी हाकी टीम खेलने से डरती थी और बेस्ट सेंटर को देखते हुए पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व: चौ. देवीलाल की घोषणा पर पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला सरकार ने प्रदेश का पहला एस्ट्रोटर्फ गुरुग्राम में लगाया था, क्योंकि उस समय गुरुग्राम की लड़के व लड़कियों की बेस्ट टीमें होती थीं।

यहां पर प्रशिक्षण करने के लिए प्रदेश के खिलाड़ियो की लंबी लाइन होती थीं। खिलाड़ियों की इतनी संख्या होती थी कि ग्राउंड में मैच खेलने के लिए खिलाड़ी का नंबर दूसरे-तीसरे नंबर आता था। आज उसी ग्राउंड का बर्बाद कर दिया गया। स्टेडियम में प्रदेश का एक मात्र हाकी हास्टल चल रहा था उसे 2014 में बंद कर दिया गया।

पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री, खेल मंत्री के अलावा स्थानीय विधायकों से लेकर खेल विभाग के उच्च अधिकारियों तक हाकी सेंटर को बचाने की गुहार लगाई गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। प्रदेश में कई जिलों में नए हाकी एस्ट्रोटर्फ लगे हैं और गुरुग्राम के बाद कुरुक्षेत्र शाहबाद में लगे एस्ट्रोटर्फ को बदलकर नया लगा दिया गया लेकिन गुरुग्राम के साथ भेदभाव खत्म नहीं हुआ। गुरुग्राम में 2004 में हाकी एस्ट्रोटर्फ लगाया गया था।

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