मंडल स्तर पर चोटिल खिलाड़ियों के लिए उपचार केंद्र की घोषणा पर खिलाड़ी खुश

प्रदेश सरकार ने 2021-22 बजट में घोषणा की है कि प्रदेश में मंडल स्तर पर खिलाड़ियों के लिए अलग से उपचार केंद्र बनाए जाएंगे जिसमें विशेषज्ञ बैठेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Mar 2021 07:50 PM (IST) Updated:Fri, 12 Mar 2021 07:50 PM (IST)
मंडल स्तर पर चोटिल खिलाड़ियों के लिए 
उपचार केंद्र की घोषणा पर खिलाड़ी खुश
मंडल स्तर पर चोटिल खिलाड़ियों के लिए उपचार केंद्र की घोषणा पर खिलाड़ी खुश

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: खिलाड़ियों के चोटिल होने पर बेहतर उपचार के लिए मंडल स्तर पर चोट उपचार केंद्र (स्पोट़र्स इंजरी सेंटर) बनाए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने 2021-22 बजट में घोषणा की है कि प्रदेश में मंडल स्तर पर खिलाड़ियों के लिए अलग से उपचार केंद्र बनाए जाएंगे, जिसमें विशेषज्ञ बैठेंगे। सरकार की इस घोषणा से खिलाड़ियों में खुशी है। खिलाड़ियों का कहना है कि चोट लगने के बाद खिलाड़ियों को प्राइवेट अस्पताल में जाना होता है। या फिर दिल्ली स्थित स्पोट़र्स इंजरी सेंटर में जाना पड़ता है। अब गुरुग्राम में ऐसी सुविधा होगी, तो फरीदाबाद, रेवाड़ी, नूंह, पलवल, नारनौल जिला के खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा।

सरकार का मंडल स्तर पर स्पोट़र्स इंजरी सेंटर बनाने का फैसला अच्छा है। मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं। खिलाड़ी को चोट लगने के बाद उस चोट को समझने के लिए विशेषज्ञ नहीं मिलते है और यही कारण है कि खिलाड़ी को परेशानी का समाना करना पड़ता रहा है।

परमजीत यादव, पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान

कोई ऐसा खेल नहीं है जिसमें हड्डी संबंधित चोट नहीं लगती हो। खिलाड़ियों को ऐसी सुविधा पहले ही मिलनी चाहिए थी। स्पोट़र्स इंजरी सेंटर मंडल स्तर पर बनाने की घोषणा की मैं तारीफ करने के साथ सरकार धन्यवाद करता हूं।

फूल कुमार, पूर्व अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी देश में खिलाड़ियों की चोट को समझने वाले डाक्टरों की कमी है। दिल्ली की तरह हरियाणा में भी स्पोट़र्स इंजरी सेंटर होंगे। इससे सभी खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा। सरकार ने खिलाड़ियों के हित का फैसला लिया है। सरकार को बहुत बहुत आभार।

मनीष यादव, अंतरराष्ट्रीय सैंबो पहलवान प्रदेश के चारों मंडल में स्पोट़र्स इंजरी सेंटर बनाने के फैसले की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है। यह सेंटर बहुत खिलाड़ियों का भविष्य बचाने में कामयाब होंगे। आज बहुत खिलाड़ियों को समय पर इलाज व विशेषज्ञ नहीं मिलने के कारण खेल छोड़ना पडता है।

राजकुमार सांगवान, पूर्व अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज व अर्जुन अवार्डी

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