स्पेशल सेंटरों में बढ़ी ड्रापआउट विद्यार्थियों की संख्या

जिला परियोजना संयोजक कल्पना रंगा ने बताया कि जनवरी-फरवरी महीने में हुए सर्वे के मुताबिक ड्रापआउट विद्यार्थियों की संख्या 4075 थी। अब 4400 से अधिक ड्रापआउट विद्यार्थी सेटर से जुड़ गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 06:53 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 07:49 PM (IST)
स्पेशल सेंटरों में बढ़ी ड्रापआउट विद्यार्थियों की संख्या
स्पेशल सेंटरों में बढ़ी ड्रापआउट विद्यार्थियों की संख्या

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले में 134 स्पेशल सेंटरों पर पढ़ने वाले ड्रापआउट विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गई है। जिला परियोजना संयोजक कल्पना रंगा ने बताया कि जनवरी-फरवरी महीने में हुए सर्वे के मुताबिक ड्रापआउट विद्यार्थियों की संख्या 4075 थी। अब 4400 से अधिक ड्रापआउट विद्यार्थी सेटर से जुड़ गए हैं। नए जुड़े विद्यार्थियों को भी इसी सत्र से अन्य विद्यार्थियों के साथ ड्रापआउट स्पेशल सेंटरों में पढ़ाया जा रहा है। हर घर शिक्षा की लौ जलाने की मुहिम चलाई हुए है। इसके तहत किसी भी ड्रापआउट विद्यार्थी को पढ़ाई से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।

जिला परियोजना संयोजक कल्पना रंगा का कहना है कि स्लम बस्तियों व गांवों में सर्वे कर ड्रापआउट विद्यार्थियों की सूची तैयार की थी। इसके बाद भी नए सत्र के तहत जो विद्यार्थी आर्थिक व अन्य कारणों से ड्रापआउट हो गए थे उनको अगले सत्र सर्वे में शामिल करने की बजाय इसी सत्र से ही पढ़ाया जा रहा है ताकि अगले सत्र से उनका दाखिला सरकारी स्कूलों में कराया जा सके। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों के दाखिलों की तैयारियां

संवाद सहयोगी, पटौदी: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा के अधिकार अधिनियम 134-ए के तहत निजी विद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया को अंतिम रूप दे दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी, गुरुग्राम शील कुमारी ने बताया कि मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जल्द से जल्द अपने यहां 134 ए के तहत उपलब्ध सीटों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड कर दें। इसके बाद अभिभावकों को सीटों की जानकारी दी जाएगी। अभिभावकों को अपने बच्चों के दाखिलों के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा।

पटौदी के खंड शिक्षा अधिकारी डा. धर्मपाल के अनुसार नौ से 17 अक्टूबर तक मान्यताप्राप्त निजी विद्यालयों को निर्धारित लिक पर विवरण भरना होगा। 18 से 23 अक्टूबर तक जिला व खंड शिक्षा अधिकारी इस विवरण की जांच करेंगे। 24 अक्टूबर से सात नवंबर तक ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग) तथा बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी के विद्यार्थी आनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

जिला तथा खंड शिक्षा अधिकारी 11 नवंबर को विद्यार्थियों की सूची जारी करेंगे। इस सूची में शामिल विद्यार्थियों के लिए 14 नवंबर को परीक्षा आयोजित की जाएगी। 19 नवंबर को परीक्षा के परिणाम घोषित किए जाएंगे। इसके बाद ड्रा निकाला जाएगा। 24 नवंबर को प्रथम ड्रा निकाला जाएगा। चयनित विद्यार्थियों के दाखिले 26 नवंबर से आठ दिसंबर तक किए जाएंगे।

निजी व सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मिलेगा एक-दूसरे को जानने का मौका

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : सरकारी स्कूल के विद्यार्थी निजी स्कूलों में और निजी स्कूलों के विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में घूमने के लिए आएंगे। अक्टूबर से दिसंबर तक यह कार्यक्रम चलेगा। जिला परियोजना संयोजक कल्पना रंगा ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी व निजी स्कूलों की शिक्षा, वहां के संसाधन, ड्रेस समेत अन्य जानकारियां साझा करने करने का है। इसमें ग्रामीण अंचल के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, उच्च विद्यालय और मिडिल स्कूलों के विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। सरकारी व निजी विद्यार्थी स्कूलों में जाएंगे और वहां की शिक्षा-प्रणाली के बारे में जानेंगे।

निजी व सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी आपस में अपनी कक्षाओं का पाठ्यक्रम, संसाधन, विभिन्न गतिविधियां और स्कूल की अन्य विशेषताओं के बारे में जानेंगे। यह विद्यार्थियों के लिए एक बेहतर पहल है। इसके लिए कलस्टर स्तर 20-20 विद्यार्थियों का समूह बनाया जाएगा। खंड स्तर पर स्कूलों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट जिला परियोजना संयोजक को भेजी जाएगी।

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