सेवोत्तम सर्टिफिकेट पाने की तैयारी में एससीईआरटी
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) अपनी तमाम उपलब्धियों के बाद अब सेवोत्तम सर्टिफिकेट पाने की ओर कदम बढ़ा रहा है।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) अपनी तमाम उपलब्धियों के बाद अब 'सेवोत्तम' सर्टिफिकेट पाने की ओर कदम बढ़ा रहा है। प्रदेश में यह सर्टिफिकेट केवल हरियाणा इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (हिपा) ने प्राप्त किया है। ऐसे में अब अगर सबकुछ ठीक रहता है तो यह सर्टिफिकेट एससीईआरटी के पास भी होगा।
एससीईआरटी के विशेषज्ञ सुनील बजाज के मुताबिक कार्यों में दक्षता लाने के लिए यह कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा एससीईआरटी का पूरा कामकाज पारदर्शी हो सकेगा और शिकायतों को समाधान भी समय पर होगा। यह काम हिपा के सहयोग से हो रहा है। एससीईआरटी ने पूरी की तैयारियां
आइएसओ की तर्ज पर दिया जाने वाला यह सर्टिफिकेट जल्द ही एससीईआरटी को भी मिल सकेगा। इसे पाने के लिए एससीईआरटी क्वालिटी डाक्यूमेंटेशन कर रहा है। ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआइएस) द्वारा दिया जाने वाला यह सर्टिफिकेट कामकाज में पारदर्शिता के लिए दिया जाता है।
एससीईआरटी से सेवोत्तम के रीप सेल के हेड रविदर एलाबादी और सुनील बजाज ने बताया कि इसके लिए पूरे कामकाज का डाक्यूमेंटेशन कर लिया गया है। परिषद द्वारा सिटिजन चार्टर फार सेवोत्तम बनाया गया है जो मंजूर हो गया है। तैयारियों में अब तक सत्तर से नब्बे प्रतिशत तक का काम पूरा हो गया है अब आगे इस पूरी व्यवस्था और पारदर्शिता की जांच होगी और उसके बाद सर्टिफिकेट मिल सकेगा। होगा समस्याओं का तत्काल निपटारा
इसके लिए क्वालिटी मैनुअल भी बनाया जा रहा है। ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम बनाया गया है, जिसके तहत संस्थान के रिसेप्शन पर कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं और एक शिकायत पेटी भी लगाई जा चुकी है। इसके लिए एससीईआरटी ने ग्रीवेंस रिड्रेसल अधिकारी के तौर पर रविंदर एलाबादी को नियुक्त किया है।
एलाबादी ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में समस्याओं को त्वरित समाधान किया जाएगा। प्रतिदिन आई समस्याओं का उसी दिन निपटारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एससीईआरटी के निदेशक ऋषि गोयल के मार्गदर्शन में इस प्रक्रिया को अनौपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया है।