बदला स्कूलों का समय, समाप्त हुआ रोस्टर सिस्टम

अब स्कूलों में हफ्ते में तीन दिनों का रोस्टर सिस्टम समाप्त कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों की समयावधि भी बढ़ा दी गई है। नए समयानुसार अध्यापकों को स्कूलों में सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक ड्यूटी देनी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 07:14 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 07:14 PM (IST)
बदला स्कूलों का समय, समाप्त हुआ रोस्टर सिस्टम
बदला स्कूलों का समय, समाप्त हुआ रोस्टर सिस्टम

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: अब स्कूलों में हफ्ते में तीन दिनों का रोस्टर सिस्टम समाप्त कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों की समयावधि भी बढ़ा दी गई है। नए समयानुसार अध्यापकों को स्कूलों में सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक ड्यूटी देनी होगी। मंगलवार को शिक्षा निदेशालय से आए प्रपत्र के अनुसार स्कूलों के समय में यह बदलाव नामांकन अभियान और मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम की वजह से किया गया है। यह आदेश बुधवार से लागू कर दिया जाएगा। इस दौरान सभी अध्यापक स्कूल प्रमुख के मार्गदर्शन में अपने-अपने स्कूलों के नामांकन एवं प्रशासनिक कार्यों को करने के लिए विद्यालय प्रबंधन समिति की सहायता से काम करेंगे।

मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत अवसर मोबाइल एप, जिओ टीवी मोबाइल एप पर और दूरदर्शन के माध्यम से पहली से 12वीं के छात्रों के लिए चैनलों के माध्यम से पढ़ाई करवाई जा रही है। ऐसे में अध्यापकों को उत्कर्ष द्वारा एजुसेट के चैनलों पर चलाए जा रहे पहली कक्षा 12 तक विषयवार प्रसारण का भी ध्यान रखना होगा। अध्यापक स्कूल समय के दौरान इन चैनलों पर अपनी कक्षा के विषय का प्रसारण देखकर, विद्यार्थियों को जानकारी देंगे और उनका मार्गदर्शन करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदू बोकन ने कहा कि हर वर्ग के अध्यापकों को स्कूल पहुंचना होगा, दी गई सभी छूटों की अवधि समाप्त कर दी गई है।

टीवी के माध्यम से प्रवेश परीक्षा की तैयारी

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और नीट जैसी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अब विद्यार्थियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करवा रहा है। मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को आनलाइन इंजीनियरिग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराई जा रही है। इसके लिए उत्कर्ष सोसाइटी द्वारा सामग्री तैयार की गई है।

खंड और जिला स्तर पर इस कार्यक्रम के बारे में शिक्षक और अधिकारी विद्यार्थियों और अभिभावकों को जागरूक करेंगे। विभाग प्रयास कर रहा है कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इस प्रसारण के जरिए पढ़ाई से जोड़ा जा सके। इसके लिए विद्यार्थियों और अभिभावकों को विभिन्न चैनलों के नंबरों की जानकारी भी दी जा रही है। इसके लिए सप्ताह-वार शेड्यूल बनाया जा रहा है।

जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन ने बताया कि विद्यार्थियों को जानकारी देने के लिए विभिन्न मंचों का सहारा लिया जा रहा है। वाट्सएप पर बने शिक्षण समूहों पर भी यह जानकारी साझा की जा रही है। उनका कहना है कि इस कार्यक्रम से उन विद्यार्थियों को लाभ पहुंचेगा जो परीक्षाओं के तैयारी के लिए मार्गदर्शन नहीं ले पा रहे थे।

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