संस्कारशाला की कहानी का स्कूल में पाठ

सच्चा मित्र वही जो विपरीत परिस्थितियों में भी साथ दे इसी सीख पर आधारित दैनिक जागरण संस्कारशाला की इस साल के तीसरे अध्याय मित्रता का अनुशासन की कहानी सबसे बड़ी उपलब्धि को शहर के कई स्कूलों में ऑनलाइन क्लास व वेबिनार के जरिए पढ़ाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 06:10 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 07:28 PM (IST)
संस्कारशाला की कहानी का स्कूल में पाठ
संस्कारशाला की कहानी का स्कूल में पाठ

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: 'सच्चा मित्र वही जो विपरीत परिस्थितियों में भी साथ दे', इसी सीख पर आधारित दैनिक जागरण संस्कारशाला की इस साल के तीसरे अध्याय मित्रता का अनुशासन की कहानी 'सबसे बड़ी उपलब्धि' को शहर के कई स्कूलों में ऑनलाइन क्लास व वेबिनार के जरिए पढ़ाया गया।

सेक्टर 23 स्थित स्विस कॉटेज स्कूल में मित्रता का अनुशासन पर आधारित कहानी ऑनलाइन क्लास में पढ़ाई गई। इसके उपरांत इस महत्वपूर्ण विषय पर विद्यार्थी को निबंध लेखन का कार्य भी दिया गया। पटौदी रोड स्थित सेंट पॉल स्कूल के विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास में कहानी का पाठ पढ़ाया व हिदी के अपठित गद्यांश में कराया गया।

विद्यार्थी इन गतिविधियों में रुचि ले रहे हैं और अभिभावकों को भी यह बहुत पसंद आ रहा है। ऑनलाइन कक्षाओं में विद्यार्थियों को कुछ नया और कुछ प्रेरणादायक सामग्री देने के लिए शिक्षक भी संस्कारशाला को बेहतरीन मान रहे हैं। दैनिक जागरण की कहानियों को स्कूलों में न केवल ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से सुनाया जा रहा है बल्कि विद्यार्थियों से इस पर प्रश्न भी किए जा रहे हैं। विद्यार्थी भी इसी आधार पर कहानी बनाकर सभी को सुनाते हैं जिससे दोतरफा संवाद को बढ़ावा मिलता है। शिक्षकों के मुताबिक विद्यार्थियों में संस्कारों का संचार किया जा सके।

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