सदर बाजार : व्यापारियों का मिले साथ तो सदर बनेगा खास
अंग्रेजों के जमाने का सदर बाजार। इसकी यूं ही नहीं बनी है पहचान। बाजार ने आठ दशक से ज्यादा वक्त को देखा है।
संदीप रतन, गुरुग्राम : अंग्रेजों के जमाने का सदर बाजार। इसकी यूं ही नहीं बनी है पहचान। बाजार ने आठ दशक से ज्यादा वक्त को देखा है। उस दौर की बात करें तो 1940-45 में महज 40-50 दुकानों में पूरा बाजार सिमट जाता था। लेकिन बाजार की एक खासियत आज भी कायम है तब भी लोग यहीं से खरीदारी करना पसंद करते थे और आज भी यह पसंद कायम है। वो इसलिए क्योंकि सदर बाजार हर आदमी की जेब का ख्याल रखता है। हर सस्ती से महंगी चीज यहां मिल जाएगी। भले ही गुरुग्राम महानगर में तब्दील होने लगा है। एमजी रोड, गोल्फ कोर्स और सोहना रोड के शापिग माल की चकाचौंध के सामने भी सदर बाजार का क्रेज कम नहीं हुआ है।
वक्त बदलने के साथ ही अब सदर की तस्वीर भी बदल गई है। यहां ट्रैफिक जाम आम बात है। पूरा बाजार अव्यवस्थित है। इसी वजह से पांच मिनट की खरीदारी में आधा घंटा लग जाता है। बाजार को व्यवस्थित करने के लिए निगम ने लंबे इंतजार के बाद एक मुहिम शुरू की है। लेकिन व्यापारियों के विरोध से अब इस पर भी विराम लगता हुआ नजर आ रहा है। 26 फरवरी से चार मार्च तक सदर बाजार में वाहनों का प्रवेश बंद व्यवस्था दुरुस्त की जानी थी।
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सदर बाजार में हैं कुल 470 दुकानें
-साथ लगते रोशनपुरा में हैं 600 से ज्यादा दुकानें
-सदर बाजार, रोशनपुरा और ट्रंक मार्केट में है लगभग दो हजार दुकानें।
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व्यापारियों के विरोध का तर्क : व्यापारी श्रीचंद गुप्ता सहित अन्य व्यापारी संगठनों का कहना है कि बाजार में वाहनों का प्रवेश बंद होने से ग्राहक कम आएंगे। व्यापारियों को आर्थिक नुकसान होगा। नगर निगम पार्किंग की भी व्यवस्था करे।
अधिकारियों के दावे - बाजार का सड़क प्रोजेक्ट के तहत किया जाना है कायाकल्प। स्ट्रीट वेंडिग जोन बनने से अतिक्रमण खत्म होगा। स्ट्रीट लाइटें लगेगी। सुंदरता बढ़ाने के लिए फूलों के पौधे गमलों में लगेंगे। खरीदारी करने वालों की सुविधा के लिए ई रिक्शा चलेंगे। बाजार में बेंच और कुर्सियां लगाकर इसे आधुनिक बाजार की शक्ल दी जाएगी।
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बदलाव हुआ तो ये होंगे फायदे
-बाजार में ट्रैफिक जाम और अतिक्रमण नहीं होने से खरीदारी करने में समय बर्बाद नहीं होगा।
-आगजनी जैसी घटनाओं पर तुरंत काबू पाने में मदद मिलेगी
-अतिक्रमण के कारण दमकल वाहन बाजार में प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
-बाजार आकर्षक और सुंदर बनेगा।
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अब आगे क्या
सदर बाजार में कई व्यापारी संगठन बने हुए हैं। नगर निगम अधिकारियों, व्यापारी संगठनों और स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों की एक बैठक सोमवार को होगी। बाजार के कायाकल्प को लेकर इस बैठक में निर्णय लिया जाएगा।