क्या कभी अतिक्रमण से मुक्त हो पाएगा सदर बाजार
सदर बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने की योजना सिरे नहीं चढ़ पा रही है। नगर निगम द्वारा शहर के इस सबसे पुराने बाजार को व्यवस्थित बनाने और पार्किग की व्यवस्था करने की मार्च में तैयारी की गई थी।
जागरण संवादाता, गुरुग्राम: सदर बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने की योजना सिरे नहीं चढ़ पा रही है। नगर निगम द्वारा शहर के इस सबसे पुराने बाजार को व्यवस्थित बनाने और पार्किग की व्यवस्था करने की मार्च में तैयारी की गई थी। लेकिन इसके एक सप्ताह बाद ही फिर से अतिक्रमण हो गया। अप्रैल से मई माह तक कोरोना को लेकर की गई पाबंदियों के दौरान तो फिर भी हालात कुछ ठीक नजर आए, लेकिन अब स्थिति ये है कि बाजार में पैर रखने की भी जगह नहीं है। दुकानदारों ने बाजार की गलियों में अतिक्रमण कर लिया है। दुकानों के बाहर सामान रखने के कारण रास्ते संकरे हो गए हैं। नगर निगम द्वारा भी अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
एक बार ही हुई राहगीरी
बता दें कि मार्च में स्ट्रीट फार पीपल चैलेंज के तहत सदर बाजार में एक बार राहगीरी कार्यक्रम हुआ था। उस दौरान भी निगम को दुकानदारों और व्यापारियों का विरोध झेलना पड़ा था। बाजार में एक सप्ताह तक इस क्षेत्र में पैदल चलने का परीक्षण किया जाना था। बाजार में हो रही है वाहनों की एंट्री
सदर बाजार में वाहनों की एंट्री हो रही है। खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों के वाहनों के अलावा दुकानदारों के वाहनों की भीड़ रहती है। बाजार में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण बीच रास्तों में ही गाड़ियां खड़ी हो रही है, जिसके कारण दिनभर जाम जैसी स्थिति रहती है। नगर निगम की ओर से दुकानदारों व यहां आने वाले ग्राहकों के वाहनों के लिए व्यवस्थित पार्किंग बनाई जानी थी, लेकिन इसके लिए अभी भी कोई तैयारी नहीं है।
खानापूर्ति कर रही एन्फोर्समेंट टीम
सदर बाजार में नियमों की अवहेलना करने वालों पर भी नगर निगम मेहरबान है। कुछ माह पहले अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के चालान भी काटे गए थे, लेकिन उसके बाद एन्फोर्समेंट टीम ने दोबारा कोई कार्रवाई नहीं की। ज्यादा भीड़भाड़ होने व शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं होने से बाजार में कोरोना संक्रमण भी फैलने का खतरा है।
-सदर बाजार के व्यापारियों के साथ मंगलवार को अतिक्रमण के मुद्दे पर बैठक की जाएगी। अतिक्रमण करने वालों को पहले चेतावनी दी जाएगी। अगर फिर भी अतिक्रमण नहीं हटाया तो चालान काटे जाएंगे।
जितेंद्र गर्ग, संयुक्त आयुक्त नगर निगम गुरुग्राम।