खुद की जान जोखिम में डाल नहर में डूबती महिला को बचाया
एनसीआर चैनल (बसई-धनकोट नगर) में डूब रही महिला के लिए एक रिक्शाचालक व उसका साथी देवदूत बन गए। दोनों ने अपनी जान पर खेलकर महिला को सकुशल बचा लिया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: एनसीआर चैनल (बसई-धनकोट नगर) में डूब रही महिला के लिए एक रिक्शाचालक व उसका साथी देवदूत बन गए। दोनों ने अपनी जान पर खेलकर महिला को सकुशल बचा लिया। एक युवक को तैरना भी नहीं आता था, फिर भी नगर की गहराई समझे बिना महिला को बचाने के लिए नहर में कूदा। दोनों के साहस को देख मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों व धनकोर्ट के पूर्व सरपंच दिनेश कुमार ने दो-दो हजार का इनाम दिया। हालांकि दोनों ने इनामी राशि लेने से यह कहते हुए मना कर दिया कि हमने इंसानियत का फर्ज निभाया है। लोगों के दबाव बनाने पर इनाम लिया।
घटना रविवार देर शाम की है। धनकोट में रहने वाली महिला कांता नहर किनारे कपड़े धोन गई थी। पैर फिसल जाने से वह नहर में गिर गई। पूरे शहर को पेयजल इसी नहर से मिलता है। नहर गहरी है और तैरना नहीं आने से महिला डूबने लगी। उसकी चीख सुन पास में ही अपने साथी विपुल के साथ खड़े सरवन ने महिला को बचाने के लिए छलांग लगा दी। मूल रूप से पश्चिम बंगाल के जिला दिनाजपुर के गांव हरिरामपुर निवासी रिक्शाचालक सरवन को तैरना आता था, पर विपुल तैर नहीं पाता था।
पानी का तेज बहाव होने के चलते सरवन महिला को अकेले किनारे नहीं ला पा रहे थे, ऐसे में विपुल सरवन की मदद के लिए नहर में लगे जाल के सहारे नहर में उतरे। महिला को तो दोनों ने बचा लिया पर विपुल महिला को पकड़ने के चक्कर में गहरे पानी में चले गए। हालांकि उन्होंने जाल नहीं छोड़ा और किसी तरह बचकर बाहर निकल आए।
इसी बीच सूचना पाकर पूर्व सरपंच दिनेश सहरावत व राजेंद्रा नगर थाने से पुलिसकर्मी पहुंच गए। सभी ने दोनों को शाबासी दी। कांता ने भी जान बचने पर कहा कि दोनों हमारे लिए देवदूत बन गए। पूर्व सरपंच ने कहा कि वह उपायुक्त व पुलिस आयुक्त के पास सिफारिश करेंगे कि महिला की जान बचाने वाले सरवन व विपुल को सम्मानित किया जाए।