कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधार्थी बताएंगे गुरुग्राम में कैसे बढ़ेगा भूजल स्तर

जिले में भूजल स्तर बढ़ाने एवं जल संचयन को लेकर अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी सहयोग करेगी। वह जिला प्रशासन के मार्गदर्शन व गुरुजल सोसायटी के सहयोगी के रूप में प्रमुख बिदुओं पर शोध करने जा रही है। आगामी पांच साल में भूजल स्तर को पांच मीटर तक कैसे बढ़ाया जाए इस पर वह अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 05:36 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 05:36 PM (IST)
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधार्थी बताएंगे गुरुग्राम में कैसे बढ़ेगा भूजल स्तर
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधार्थी बताएंगे गुरुग्राम में कैसे बढ़ेगा भूजल स्तर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : जिले में भूजल स्तर बढ़ाने एवं जल संचयन को लेकर अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी सहयोग करेगी। वह जिला प्रशासन के मार्गदर्शन व गुरुजल सोसायटी के सहयोगी के रूप में प्रमुख बिदुओं पर शोध करने जा रही है। आगामी पांच साल में भूजल स्तर को पांच मीटर तक कैसे बढ़ाया जाए, इस पर वह अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि जिले का गिरता भूजल स्तर चिता का विषय है। इसमें वृद्धि के लिए गुरुजल सोसायटी जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में निरंतर कार्य कर रही है। सोसायटी द्वारा जिले में कुछ चिह्नित स्थानों पर जल संचयन के लिए किए गए उपायों में सफलता भी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को व्यापक स्तर पर करने व सभी महत्वपूर्ण बिदुओं पर कार्य करने के लिए विभिन्न संस्थाओं का सहयोग भी लिया जा रहा है। इसी कड़ी में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के सहयोग से भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए शोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी में जल संचयन से संबंधित विषयों के लिए पूरा पाठ्यक्रम है। इसके तहत इस कोर्स के विद्यार्थी विभिन्न देशों में चिह्नित स्थानों पर जल संचय को लेकर किए उपायों की समीक्षा करते हैं और भी बेहतर काम करने को लेकर अपने सुझाव भी देते हैं।

गुरुजल सोसायटी के सचिव नरेंद्र सारवान ने बताया कि गुरुजल सोसायटी द्वारा जल संरक्षण के लिए जारी सभी परियोजनाओं का डाटा कोलंबिया यूनिवर्सिटी को उपलब्ध करा दिया गया है। यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी सोसायटी द्वारा उपलब्ध डाटा का अध्ययन कर जिले का दौरा करेंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान यह विद्यार्थी इस विषय पर भी शोध करेंगे कि हम अरावली की हरियाली को कैसे बरकरार रख सकते हैं।

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वर्तमान में भूजल से संबंधित आंकड़े - 32.77 मीटर रहा वर्ष 2018 में गुरुग्राम खंड में भूजल स्तर

- 27.74 मीटर रहा वर्ष 2020 में गुरुग्राम खंड में भूजल स्तर

-19.92 मीटर रहा वर्ष 2018 में फरुखनगर खंड में भूजल स्तर

- 17.43 मीटर रहा वर्ष 2020 में फरुखनगर खंड में भूजल स्तर

- 24.90 मीटर रहा वर्ष 2018 में सोहना खंड में भूजल स्तर

- 22.74 मीटर रहा वर्ष 2020 में सोहना खंड में भूजल स्तर

- 35.49 मीटर रहा वर्ष 2018 में पटौदी खंड में भूजल स्तर

- 29.23 मीटर रहा वर्ष 2020 में पटौदी खंड में भूजल स्तर

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