कोरोना से बचाव के तौर-तरीकों के साथ मनाया रक्षा बंधन
तकरीबन चार महीनों बाद बाजारों पर जो रंग दिखा उसे देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं की लोग परंपराओं को कितना महत्व देते हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: रक्षाबंधन पर तकरीबन चार महीनों बाद बाजारों पर जो रंग दिखा, उसे देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि लोग परंपराओं को कितना महत्व देते हैं। परंपराओं के निर्वहन और पर्व का उत्साह चारों ओर दिख रहा था, हालांकि महामारी की चुनौतियों से निपटने के लिए लोग शारीरिक दूरी और मास्क जैसे बुनियादी मानकों को पूरा करते हुए बाजार में निकले।
सेक्टर-14 स्थित बाजार रंग-बिरंगी राखियों के रंगों से नहाया लग रहा था। दुकानों के बाहर सजी राखियां ग्राहकों को लुभा रही थीं। बाजार में खरीदारी करने आए मृदुल और पूजा का कहना था कि वे चार महीने बाद पहली बार बाहर निकले हैं। रक्षाबंधन के त्योहार पर वे बाहर निकलीं तो बाजार के रंग देखकर उन्हें काफी अच्छा लगा। रक्षाबंधन पर मिठाइयां खरीद रहे आलोक और नेहा का कहना था कि वे डरते-डरते घर से निकले थे लेकिन बाजार में आकर देखा तो उन्हें बहुत प्रसन्नता हुई। इस दौरान लोगों ने कपड़ों और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स की भी खरीदारी की।
बहनों ने भाइयों को राखी बांधी और भाइयों ने उनकी रक्षा का वचन दिया। इस दौरान लोगों ने उपहार, मिठाइयां व राखी लेने के लिए बाजारों का रुख किया। बाजारों की स्थिति देखकर नहीं लग रहा था कि कुछ दिनों पहले तक यही बाजार सुनसान थे। कई भाई-बहन जो दूर हैं और इस रक्षाबंधन एक दूसरे के पास नहीं पहुंच पाए, उन्होंने वीडियोकॉल के जरिये इस पर्व को पूरे उत्साह से मनाया। जिन भाइयों के लिए बहन के पास पहुंचना मुमकिन नहीं था, उन्होंने पहले ही ऑनलाइन राखियां भेज दी थीं।