स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व सैन्य अधिकारियों ने की सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए उपद्रव पर लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। स्वतंत्रता सेनानी से लेकर पूर्व सैन्य अधिकारियों और खिलाड़ियों ने सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 05:57 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 06:27 PM (IST)
स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व सैन्य अधिकारियों  ने की सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व सैन्य अधिकारियों ने की सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए उपद्रव पर लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। स्वतंत्रता सेनानी से लेकर पूर्व सैन्य अधिकारियों और खिलाड़ियों ने सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इनका कहना है कि लाल किले की प्राचीर पर दूसरा झंडा फहरा कर लोकतंत्र का अपमान करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। सभी की मांग है कि जो कोई भी जिम्मेदार है, उसे छोड़ा नहीं जाना चाहिए। उपद्रव करने वालों को सजा मिलनी ही चाहिए। जब शांति से ट्रैक्टर रैली निकालने के आश्वासन पर पुलिस से अनुमित ली थी तो उस वायदे को निभाया क्यों नहीं? कोई किसान नेता यह कहकर नहीं बच सकता कि उसे जानकारी नहीं है कि उपद्रव किस ने किया। उपद्रव और लालकिले की घटना की जिम्मेदारी किसान नेता बने बैठे लोगों पर है। तिरंगे के अपमान को सहन करना सही नहीं।

महाशय परमानंद यादव, स्वतंत्रता सेनानी लाल किले पर उपद्रव करने लोग कौन थे, उनकी पहचान जल्द होनी चाहिए। सभी पर देशद्रोह का मामला चलना चाहिए। इंटरनेट पर फोटो-वीडियो चल रहे हैं जिसमें पुलिस पर हमला करते दिख रहे हैं तो कोई ट्रैक्टर पुलिस जवानों पर चढ़ाने का प्रयास करता दिख रहा है। उन सब को कानूनी प्रक्रिया के दायरे में लाया जाना होगा।

मेजर जनरल (रिटा.) डा. जीडी बख्शी बहुत ही शर्मनाक हुआ है। गणतंत्र दिवस देश का मान सम्मान है और इस दिन पूरी दुनिया इसे देखती है। क्योंकि सेना का शौर्य और देश की प्रगति को दिखाया जाता है। सरकार को सख्ती से निपटना होगा और उन लोगों को जेल में डालना होगा, जो इस उपद्रव में शामिल थे। किसी को भी छोड़ना गलत होगा। पहले ही तय था कि ऐसा होगा और कुछ लोग खुलकर तैयारी कर रहे थे, किसानों को उन्हें दूर रखना चाहिए था।

ब्रिगेडियर (रिटा.) रामकरण सिंह गुलिया नुकसान की भरपाई किसान नेताओं से करने के साथ उन पर कानून कार्रवाई करनी होगी। आज उन्हें छोड़ा, तो कल दूसरों का साहस बढ़ेगा। इस हरकत को माफ नहीं किया जा सकता। यह माफ करने के लायक हरकत नहीं है। जब धरना चल रहा था तो हम भी मांग कर रहे थे कि सरकार किसानों की सुने, लेकिन गणतंत्र दिवस के दिन देश का अपमान किया गया है। इसके लिए सख्त सजा दिलानी होगी।

मनीष यादव, अतंरराष्ट्रीय पहलवान

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