रख-रखाव शुल्क को लेकर बिल्डर के खिलाफ धरना

अफोर्डेबल हाउसिग सोसायटी में जरूरत से ज्यादव रख-रखाव शुल्क वसूलने को लेकर रविवार को अलायाज सोसायटी निवासियों ने बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। आरोप है कि अफोर्डेबल हाउसिग पॉलिसी के हिसाब से रख-रखाव शुल्क नहीं लिया जा सकता। सेक्टर-102 स्थित आरओएफ अलायाज सोसायटी के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान सुविधाओं पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सोसायटी में दो लिफ्ट होने के बाद भी अमूमन एक लिफ्ट बंद रहती है जिसके चलते आए दिन कोई न कोई नागरिक उसमें फंस जाता है। इसी प्रकार सोसायटी में कचरा उठान तथा सफाई व्यवस्था की स्थिति भी दयनीय है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Mar 2020 08:38 PM (IST) Updated:Mon, 16 Mar 2020 06:19 AM (IST)
रख-रखाव शुल्क को लेकर
बिल्डर के खिलाफ धरना
रख-रखाव शुल्क को लेकर बिल्डर के खिलाफ धरना

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: अफोर्डेबल हाउसिग सोसायटी में बहुत ज्यादा रख-रखाव शुल्क वसूलने को लेकर रविवार को अलायाज सोसायटी निवासियों ने बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। आरोप है कि अफोर्डेबल हाउसिग पॉलिसी के हिसाब से रख-रखाव शुल्क नहीं लिया जा सकता। सेक्टर-102 स्थित आरओएफ अलायाज सोसायटी के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान सुविधाओं में खामी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सोसायटी में दो लिफ्ट होने के बाद भी अमूमन एक लिफ्ट बंद कर दी जाती है, जिसके चलते आए दिन कोई न कोई नागरिक उसमें फंस जाता है। इसी प्रकार सोसायटी में कचरा उठान तथा सफाई व्यवस्था की स्थिति भी दयनीय है।

सचिन पांडे, रंजन पांडा, संदीप कुमार इत्यादि का कहना है कि बिल्डर द्वारा होली के दिन से 2.75 रुपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से रखरखाव शुल्क लेना शुरू किया गया है, जबकि सोसायटी के निवासियों द्वारा इस बारे में एस्टेट मैनेजर से लिखित में जवाब मांगा गया था। लगभग 10 दिन बीत जाने के बावजूद उनके द्वारा लिखित में कोई सूचना नहीं दी गई है। बिल्डर द्वारा लगाए प्री-पेड बिजली मीटर से दिए सब-मीटर में से ही प्रतिदिन के हिसाब से बिजली के साथ ही रखरखाव शुल्क भी काटा जा रहा है। इससे निवासियों को यही पता नहीं लग रहा कि रख-रखाव शुल्क कितना कट रहा है और बिजली यूनिट की खपत कितनी हो रही है।

सोसायटी के एस्टेट मैनेजर को समस्याओं के बारे में कई बार मौखिक रूप से अवगत कराया गया है, लेकिन आज तक किसी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। इस मौके पर धीरेन्द्र प्रताप सिंह, श्रीकांत तिवारी, विनय कुमार, राजेश कुमार, गुरदीप, विजय पांचाल, प्रसन्ना कुमार, गौरव खुराना सहित सोसाइटी के अन्य निवासी उपस्थित थे। प्रबंधन की तरफ से जो यूटिलिटी शुल्क लिया जा रहा है वह भी अन्य बिल्डरों के मुकाबले काफी कम है। रेजिडेंटस के पास खुद रख-रखाव करने का रास्ता भी खुला है। इसमें प्रबंधन को कोई आपत्ति नहीं है। जरूरी सेवाएं अगले 5 साल तक प्रबंधन की जिम्मेदारी होंगी। लिफ्ट कंपनी की लगी हुई है लेकिन लोगों की फ्लैट में शिफ्टिग चल रही है, जिसके चलते कई बार मशीनें खराब हो जाती है। कंपनी की तरफ से जल्द से जल्द उन्हें ठीक भी कराया जाता है।

चंदन सिंह, एस्टेट मैनेजर, आरओएफ अलायाज सोसायटी

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