चीनी लड़ियों को बाय-बाय करने की हो रही है तैयारी

सेवा भारती ने चीन निर्मित लड़ियों को बाय-बाय कहने की पूरी तैयारी कर ली है। भारतीय लड़ियां तैयार की जा रही है। इसके लिए महिलाओं को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:44 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:44 PM (IST)
चीनी लड़ियों को बाय-बाय करने की हो रही है तैयारी
चीनी लड़ियों को बाय-बाय करने की हो रही है तैयारी

महावीर यादव, बादशाहपुर

सेवा भारती ने चीन निर्मित लड़ियों को बाय-बाय कहने की पूरी तैयारी कर ली है। भारतीय लड़ियां तैयार की जा रही है। इसके लिए महिलाओं को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है। सेवा भारती दीपावली पर अपने घरों को रोशनी से जगमग करने के लिए मिट्टी के दीये भी तैयार कर रहा है। इन दीयों को बनाने का काम सेवा बस्ती की महिलाएं कर रही हैं। लड़ियों के माध्यम से सेवा भारती का उद्देश्य स्वदेशी से स्वावलंबी की ओर ले जाना है।

सेवा भारती ने यह अभियान शुरू करने से पहले बस्तियों में जा-जाकर जरूरतमंद महिलाओं की तलाश की। जिन महिलाओं ने काम करने में रुचि दिखाई। उन महिलाओं को लड़ी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद महिलाएं स्वदेशी लड़ी बनाने का कार्य कर रही है। लड़ी तैयार करने का काम महिलाएं अपने घरों से ही कर रही हैं। लड़ियां पूर्ण रूप से स्वदेशी हैं। एक लड़ी की लंबाई 40 फुट है। जिसमें 50 एलईडी बल्ब है। यह एलईडी लड़ी मात्र 140 रुपये की सहयोग राशि में उपलब्ध है जोकि सेक्टर-12 स्थित माधवभवन संघ कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

मिट्टी के सुंदर दीये भी तैयार कर रही है महिलाएं

सेवा भारती के माध्यम से महिलाएं दीपावली पर घरों को रोशनी से जगमग करने के लिए मिट्टी के सुंदर दीये भी तैयार कर रही हैं। इसमें तीन प्रकार के दीये बनाए जा रहे हैं। साधारण दीया, रंग रोगन के साथ सुंदर दीया और एक बड़ा बेहतरीन दीया शामिल किया गया है। साधारण दीया की कीमत 90 पैसे रखी गई है, जबकि छोटे रंगीन दीये की कीमत 2.50 रुपये है। बड़ा रंगीन दीया 15 रुपये का है। दीयों की मांग पर सेवा भारती के कार्यकर्ता दीयों को घर तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। स्वदेशी लड़ियों के माध्यम से एक तो चाइनीज लड़ियों से लोगों का मोहभंग कराने का प्रयास है। यह लड़ियां जरूरतमंद महिलाओं के सहयोग से तैयार की जा रही हैं। महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। जरूरतमंद परिवारों के घर में भी प्रकाश पर्व पर आप सब के सहयोग से दीपावली पर प्रकाश व संपन्नता सकती है। इन लड़ियों की हमारे पास काफी मांग आ रही है।

संतोष शर्मा, जिला सचिव, सेवा भारती सेवा भारती ने मिट्टी के दीये बनाने का महिलाओं को प्रशिक्षण देकर एक बेहतरीन काम किया है। दीपावली पर मिट्टी के दीये जलाने से जहां हमारी सनातनी परंपरा भी कायम रहेगी, वहीं इन दीयों के माध्यम से जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। मेरा सभी महिलाओं से आग्रह है कि दीपावली की रौनक बढ़ाने के लिए इन दीयों को जरूर खरीदें।

बिनू चाहर, महामंत्री, महिला मोर्चा, भोंडसी मंडल

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