एवीएल सोसायटी के लोग सड़क व बिजली समस्या से परेशान

दिसंबर 2019 में प्रोजेक्ट का आक्यूपेशन सार्टिफिकेट (ओसी) मिला और जून 2020 में बिल्डर प्रबंधन की तरफ से फ्लैटों के कब्जे देने शुरू किए गए। बीते सवा साल से लोग यहां रह रहे है लेकिन सड़क पानी सीवर और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 05:32 PM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 05:32 PM (IST)
एवीएल सोसायटी के लोग सड़क व बिजली समस्या से परेशान
एवीएल सोसायटी के लोग सड़क व बिजली समस्या से परेशान

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: एवीएल इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा सेक्टर-36ए में विकसित एवीएल-36 गुड़गांव सोसायटी में लोग अप्रोच रोड न होने और बिजली की समस्या से परेशान हैं। दिसंबर 2019 में प्रोजेक्ट का आक्यूपेशन सार्टिफिकेट (ओसी) मिला और जून 2020 में बिल्डर प्रबंधन की तरफ से फ्लैटों के कब्जे देने शुरू किए गए। बीते सवा साल से लोग यहां रह रहे है लेकिन सड़क, पानी, सीवर और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हैं।

एवीएल 36 गुड़गांव सोसायटी लगभग नौ एकड़ में फैली है जिसमें लगभग 1480 फ्लैट हैं और वर्तमान में 950 से अधिक परिवार रह रहे हैं। सोसायटी को जाने वाली सड़क का निर्माण शुरू नहीं हुआ। हैरानी की बात तो यह है कि सड़क निर्माण के लिए अभी जमीन अधिग्रहण ही नहीं हुई और न ही कोई इसके लिए विशेष नियमावली है। पानी के लिए अभी तक नहरी कनेक्शन नहीं मिला है, जिसके चलते टैंकरों से पानी खरीदा जा रहा है। सीवर का भी कनेक्शन नहीं है। एसटीपी पूरी क्षमता का नहीं है। इसका अतिरिक्त बोझ निवासियों की जेब पर पड़ता है।

सुनील गुप्ता, निवासी सोसायटी अफोर्डेबल हाउसिग नियमावली में रख-रखाव शुल्क का कोई प्रविधान नहीं है लेकिन इसके बावजूद पहले ही दिन से 3.75 प्रति वर्ग फुट शुल्क वसूला जा रहा है और पिछले सवा साल में आज तक निवासियों को इस राशि का कोई हिसाब नहीं दिया गया।

परवेज आलम, निवासी सोसायटी बिजली की अत्यंत गंभीर समस्या है। कई बार 11केवीए केबल जल जाती है। कई-कई घंटे तक बिजली गुल रहती है। वर्क फ्राम होम और बच्चों की आनलाइन क्लास होने की वजह से काफी दिक्कत होती है।

मनोज यादव, निवासी सोसायटी सोसायटी के लिए आने वाली सीपीआर के साथ सर्विस रोड का आज तक निर्माण नहीं हुआ जिसके कारण सोसायटी तक पहुंचने के लिए रेवेन्यू सड़क का सहारा लेना पड़ता है और वह भी खस्ताहाल हालत में है।

अरुण मिश्रा, निवासी आवंटी प्रोजेक्ट अफोर्डेबल हाउसिंग नियमावली के तहत विकसित किया गया है। 11केवीए का केबल बिजली निगम से स्वीकृत है। पानी कनेक्शन के लिए जीएमडीए में आवेदन किया हुआ है। सीवर के लिए सबसे अच्छा एसटीपी लगाया हुआ है। अगर अतिरिक्त सीवरेज होता है तो वह भी अस्थायी तौर पर सीवरेज लाइन में ही डाला जाता है। सड़क जीएमडीए को बनानी है। प्रबंधन की तरफ से ईडीसी शुल्क की अदायगी की हुई है।

-विरेन्द्र ढांडा, प्रबंध निदेशक, एवीएल इन्फ्रास्ट्रक्चर

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