फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाने का भंडाफोड़

फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के लिए दो महिलाओं द्वारा आवेदन देने का मामला सामने आया है। पंजाब के लुधियाना की रहने वाली दो महिलाओं ने कुछ महीने पहले पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:52 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:52 PM (IST)
फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाने का भंडाफोड़
फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाने का भंडाफोड़

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के लिए दो महिलाओं द्वारा आवेदन देने का मामला सामने आया है। पंजाब के लुधियाना की रहने वाली दो महिलाओं ने कुछ महीने पहले पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था। इसके बाद पासपोर्ट कार्यालय ने नियमानुसार गुरुग्राम पुलिस से वेरिफिकेशन रिपोर्ट मांगी तो उसमें क्लीनचिट दे दी गई। आठ मार्च को एक पासपोर्ट बनकर आ गया जबकि एक के आवेदन में आब्जेक्शन लगकर आया। इस बीच दोनों महिलाओं द्वारा पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन देने की सूचना पंजाब के खन्ना पुलिस के पास पहुंच गई वहां से पासपोर्ट कार्यालय दिल्ली को जानकारी दी गई कि वे धोखाधड़ी के आरोपित हैं। उन्होंने फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाए हैं। इस आधार पर जिसका पासपोर्ट बन गया था, उसका रद कर दिया गया। यही नहीं फर्जी कागजात के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करने वाली दोनों महिलाओं के खिलाफ रविवार को पालम विहार थाने में मामला भी दर्ज करा दिया गया।

पंजाब के लुधियाना जिले के राजगुरु नगर निवासी सुनीता वालिया एवं सरभा नगर निवासी सुषमा वालिया ने अपने आपको क्रमश: पालम विहार एवं सोहना का निवासी बताकर पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था जबकि दोनों यहां नहीं रहती हैं। सोनिया वालिया का पासपोर्ट बनकर आ गया था। सुषमा वालिया की फाइल की जांच की गई तो पासपोर्ट कार्यालय को भी शक हो गया कि कुछ गड़बड़ है। इस आधार पर आब्जेशन लगाते हुए फाइल वापस कर दी गई। सुनीता वालिया ने पालम विहार थाना इलाके के गांव चौमा का पता दिया था। दोनों के खिलाफ पंजाब के लुधियाना के माडल टाउन में गत वर्ष छह मार्च को धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए हैं। बताया जाता है कि उनके पासपोर्ट जब्त हैं। दोनों ने दोबारा पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन दिया था।

जांच में पुलिसकर्मियों पर भी गिरेगी गाज

मामले से यह साफ हो गया है कि बिना वेरिफिकेशन ही क्लीनचिट दी गई थी। ऐसे में जांच के घेरे में वेरिफिकेशन रिपोर्ट तैयार करने वाले पुलिसकर्मी भी आएंगे। पालम विहार थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर संजय कुमार का कहना है कि मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी। प्रारंभिक छानबीन से साफ है कि दोनों महिलाएं गुरुग्राम में नहीं रहती हैं। फर्जी कागजात कहां पर तैयार किए गए, किन लोगों ने इसमें मदद की, पूरी जानकारी सामने लाई जाएगी।

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