मटके का पानी पीने के बाद एक महिला की मौत, पांच गंभीर
खेतों में निराई करते वक्त मटके में रखा जहरीला पानी पीने से छह महिलाओं की हालत बिगड़ गई। एक महिला ने अलवर के अस्पताल में ही दम तोड़ दिया जबकि उसकी बेटी सहित चार महिलाओं की हालत नाजुक बनी हुई है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका (नूंह): यहां से 12 किलोमीटर दूर राजस्थान के अलवर जिले के गांव आलमपुर में शनिवार शाम करीब छह बजे खेतों में निराई करते वक्त मटके में रखा पानी पीने से छह महिलाओं की हालत बिगड़ गई। एक महिला ने फिरोजपुर झिरका स्थित एक निजी अस्पताल में देर रात दम तोड़ दिया जबकि उसकी बेटी सहित चार महिलाओं को अलवर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत नाजुक बताई जा रही है।
डाक्टर के मुताबिक महिलाओं की तबियत दूषित पानी पीने की वजह या कई घंटे तक धूप में काम करने के बाद पानी पीने से हुए डिहाइड्रेशन से बिगड़ी। वहीं, उल्टी व दस्त की शिकायत के साथ सभी का रक्तचाप भी सामान्य से काफी कम है। अलवर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घटना के बाद मटके के पानी तथा जिस टंकी से पानी भरा गया उसके नमूने लिए हैं। जिससे यह पता चल सके कि पानी दूषित तो नहीं है। पानी पीने से पहले महिलाओं ने क्या खाया था यह महिलाओं के बयान के बाद ही पता चलेगा।
बता दें कि फिरोजपुर झिरका निवासी मदन की अलवर जिले के आलमपुर गांव में जमीन है। उसमें उन्होंने कपास बोया हुआ है। शनिवार को फिरोजपुर झिरका निवासी सरोज (40) व उनकी बेटी सपना (21) को खेतों की निराई के लिए लेकर गया था। वह पहले भी काम करने के लिए जाती रही हैं। मदन ने बताया कि सरोज व सपना के साथ आलमपुर गांव की संतोष, दीपा, सुनीता व एक लड़की सोनिया भी काम कर रही थी। ये महिलाएं काम करते समय एक मटके में टंकी से पानी लेकर आई थीं। शाम करीब छह बजे घर जाने के पहले सभी ने बारी-बारी से पानी पिया था। सबसे पहले सपना की तबियत बिगड़ी फिर देखते ही देखते सभी की हालत खराब हो गई। उन्हें उल्टी होने लगी, पेट में दर्द के साथ दस्त भी शुरू हो गए। पता चलने पर मदन ने सरोज को फिरोजपुर झिरका स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां देर रात सरोज की मौत हो गई। सपना, सोनिया व अन्य महिलाओं का अलवर के अलग-अलग निजी अस्पतालों में पहले इलाज हुआ। हालत नहीं सुधरने पर रविवार दोपहर बाद अलवर जिला अस्पताल मे भर्ती किया गया। सभी की हालत नाजुक है। सरोज की मौत के बाद उनके परिवार में लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।