जिले में मानक के हिसाब से 18 ईएसआइ अस्पताल होने चाहिए, मगर हैं सिर्फ दो

साइबर सिटी एक बड़ा औद्योगिक हब है। यहां स्थित हजारों औद्योगिक इकाइयों और प्रतिष्ठानों में लाखों कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके बावजूद इनके स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर जिले में ठोस प्रबंधन का अभाव है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 05:12 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 05:12 PM (IST)
जिले में मानक के हिसाब से 18 ईएसआइ
अस्पताल होने चाहिए, मगर हैं सिर्फ दो
जिले में मानक के हिसाब से 18 ईएसआइ अस्पताल होने चाहिए, मगर हैं सिर्फ दो

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी एक बड़ा औद्योगिक हब है। यहां स्थित हजारों औद्योगिक इकाइयों और प्रतिष्ठानों में लाखों कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके बावजूद इनके स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर जिले में ठोस प्रबंधन का अभाव है। इससे औद्योगिक कर्मचारियों को स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्र में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। कर्मचारियों का कहना है कि जब से कोविड-19 महामारी आई है,स्थिति और भी खराब हो गई है। बता दें कि यहां 18 लाख से अधिक कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) द्वारा जारी कार्ड के धारक हैं। इतनी बड़ी संख्या के लिए जिले में सिर्फ दो ईएसआइ अस्पताल हैं। इनमें से एक अस्पताल मानेसर में और दूसरा गुरुग्राम में। इन दोनों में सिर्फ 300 बेड की सुविधा है।

यदि सरकारी मानक पर गौर किया जाए तो प्रति एक लाख कामगार पर 100 बेड का एक ईएसआइ अस्पताल होना चाहिए। इससे सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि 18 लाख से अधिक ईएसआइसी कार्ड धारक श्रमिकों के लिए मानक के अनुसार कम के कम 18 अस्पताल होने चाहिए। ईएसआइ अस्पतालों की मौजूदा संख्या को देखा जाए तो पता चलता है कि जमीनी स्तर पर श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का घोर अभाव है। फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री, गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन साहित अन्य औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा गुरुग्राम में कम से कम दो-तीन ईएसआइ अस्पताल और स्थापित होने चाहिए और मौजूदा दोनों ईएसआइ अस्पताल में बेडों की संख्या को बढ़ाया जाए।

बुधवार को दैनिक जागरण के पाठक पैनल में भी ईएसआइ अस्पताल की कमी का मुद्दा पाठकों की ओर से उठाया गया था। उद्यमियों का कहना है कि कामगारों के लिए उचित इलाज की सुविधा तो होनी ही चाहिए। गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव का कहना है कि ईएसआइ अस्पतालों की संख्या को बढ़ाने की मांग लंबे समय से चल रही है। अब इस ओर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है। औद्योगिक कामगारों के लिए औद्योगिक क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं होनी चाहिए। ईएसआइ धारक कामकारों की संख्या को देखते हुए गुरुग्राम में उनके लिए स्वास्थ्य सुविधाएं काफी कम हैं।

एसपी अग्रवाल, महासचिव, एफआइआइ, सेक्टर-37 चैप्टर हर औद्योगिक क्षेत्र में कम से कम एक ईएसआइ अस्पताल होना जरूरी है। ऐसा होगा तो ही श्रमिकों के स्वास्थ्य का बेहतर ढंग से ख्याल रखा जा सकता है। मानेसर के अलावा उद्योग विहार और सेक्टर-37 औद्योगिक क्षेत्र में भी ईएसआइ का अस्पताल होना चाहिए।

आरएल शर्मा, अध्यक्ष, लेबर ला एडवाइजर्स एसोसिएशन

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