सीएम ¨वडो पर शिकायत के बाद भी समस्याओं पर नहीं किया जाता गौर

सरकारी कार्यालयों एवं अधिकारियों का चक्कर काट-काट कर परेशान होने वाले बड़ी उम्मीद के साथ अपनी समस्याओं का समाधान कराने के उद्देश्य से सीएम ¨वडो पर शिकायत देते हैं। उन्हें लगता है कि यहां से राहत जरूर मिलेगी। जमीनी स्तर पर अधिकतर की उम्मीद इसी प्लेटफार्म पर दम तोड़ती नजर आ रही है। इस प्लेटफार्म पर अपनी शिकायत दर्ज करवाने ावाले काफी लोग अब यही कह रहे हैं कि सीएम ¨वडो का सिर्फ नाम ही बड़ा है दर्शन छोटा है। कुछ लोगों तो यहां तक कह रहे हैं कि प्रदेश सरकार का यह यह लोगों के साथ बड़ा मजाक है। शिकायतकर्ताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच किए बगैर ही उन्हें कूड़े की टोकरी में डाल दिया जाता है। इसमें अधिकारियों की मनमानी तो होती ही है मगर बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 06:20 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 06:20 PM (IST)
सीएम ¨वडो पर शिकायत के बाद भी समस्याओं पर नहीं किया जाता गौर
सीएम ¨वडो पर शिकायत के बाद भी समस्याओं पर नहीं किया जाता गौर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सरकारी कार्यालयों एवं अधिकारियों का चक्कर काट-काट कर परेशान होने वाले, बड़ी उम्मीद के साथ अपनी समस्याओं का समाधान कराने के लिए सीएम ¨वडो पर शिकायत देते हैं। उन्हें लगता है कि यहां से राहत जरूर मिलेगी। जमीनी स्तर पर अधिकतर की उम्मीद इसी प्लेटफार्म पर दम तोड़ती नजर आ रही है। इस प्लेटफार्म पर अपनी शिकायत दर्ज करवाने वाले काफी लोग अब यह कहने लगे हैं कि सीएम ¨वडो का सिर्फ नाम ही बड़ा है, दर्शन छोटा है। कुछ लोगों तो यहां तक कह रहे हैं कि प्रदेश सरकार का यह यह लोगों के साथ बड़ा मजाक है। शिकायतकर्ताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच किए बगैर ही उन्हें कूड़े की टोकरी में डाल दिया जाता है। इसमें अधिकारियों की मनमानी तो होती ही है, बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं।

पटौदी के हेलीमंडी स्थित वार्ड नंबर-6 निवासी लाजपत राय का कहना है कि उनका सीएम ¨वडो से विश्वास उठ गया है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों के स्वास्थ्य की ¨चता कर रहे हैं। उनके लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की, मगर अफसोस की बात यह है कि सरकारी अधिकारियों द्वारा इस पर पानी फेरा जा रहा है।

लाजपत बताते हैं कि उनके वार्ड में ऐसे लोगों का आयुष्मान भारत के अंतर्गत स्वास्थ्य कार्ड बन रहा है, जो इस योजना के दायरे में हैं ही नहीं। जो इसके पात्र हैं, उन्हें इससे दूर रखा जा रहा है। इनका आरोप है कि स्वास्थ्य कार्ड बनाने के लिए किए गए सर्वे में अधिकारियों द्वारा घोर अनियमितता बरती गई है। वह और उनका परिवार इस योजना का पात्र है, मगर किसी का कार्ड नहीं बना है।

इसकी शिकायत लाजपत ने छह फरवरी, 2019 को सीएम ¨वडो पर की थी। 10 दिन में ही वहां से जवाब आ गया कि इस शिकायत पर कार्यवाई की जरूरत नहीं है। लाजपत के पिता रामानंद और वार्ड के जयभगवान ने इस बारे में सीएम ¨वडो में शिकायत दी थी। उन्हें भी इसी प्रकार का जवाब मिला है।

गांव भांगरौला निवासी मोतीराम ने बताया कि उनकी पत्नी कृष्णा देवी को मिल रही वृद्धावस्था पेंशन को अप्रैल, 2018 में बंद कर दिया गया था। काफी प्रयास के बाद उसे नवंबर में फिर से शुरू कराया गया। मई से अक्टूबर तक की पेंशन नहीं दी जा रही है। इसे लेकर 21 जनवरी, 2019 को शिकायत सीएम ¨वडो में डाली गई थी, जिसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। कुछ होगा भी या नहीं इसके बारे में भी नहीं बताया जा रहा है। ऐसा लगता है कि सीएम ¨वडो में डालने का कोई फायदा नहीं होता है।

गांव जोड़ी खुर्द निवासी योगेंद्र कहना है कि गांव के अवैध रास्ते पर कब्जे की शिकायत सीएम ¨वडो पर 9 सितंबर, 2018 को की गई थी। अभी तक कुछ भी नहीं हुआ। इसी प्रकार से कुकडौला निवासी सविता बताती हैं कि अवैध कॉलोनी काटे जाने के खिलाफ शिकायत सीएम ¨वडो पर की थी, लेकिन उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

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