Weekend Lockdown 2021: गुुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में भी लगे वीकेंड लॉकडाउन, लोग कर रहे मांग
Weekend Lockdown 2021 उद्योग क्षेत्र ही नहीं बल्कि बुद्धिजीवी वर्ग के लोग भी चाहते हैं कि गुरुग्राम फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण के हालात बेकाबू हो रहे हैं इसलिए जरूरी है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतने को लोग दबाव महसूस करें। इसके लिए सप्ताहांत कर्फ्यू जरूरी है।
नई दिल्ली/गुरुग्राम/फरीदाबाद/सोनीपत [बिजेंद्र बंसल]। दिल्ली की तर्ज पर हरियाणा के एनसीआर जिलों में भी अब सप्ताहांत कर्फ्यू की मांग होने लगी है। उद्योग क्षेत्र ही नहीं बल्कि समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के लोग भी चाहते हैं कि गुरुग्राम, फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण के हालात बेकाबू हो रहे हैं, इसलिए जरूरी है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतने को लोग दबाव महसूस करें। इसके लिए सप्ताहांत कर्फ्यू जरूरी है। लोग शुक्रवार रात दस बजे सोमवार सुबह तक करीब 60 घंटे एकांतवास में रहेंगे तो निश्चित तौर पर संक्रमण की दर स्थिर हो जाएगी।
अस्पताल में बेड और इलाज के संसाधनों की कमी
दिल्ली से लेकर गुरुग्राम-फरीदाबाद के अस्पतालों में भी बेड और इलाज के संसाधनों की कमी असर यह है कि जो लोग पहले उद्योग-व्यापार के मद्देनजर कर्फ्यू या लॉकडाउन के खिलाफ थे, उनका भी नजरिया बदल रहा है। सभी कहने लगे हैं कि फिलहाल की स्थिति में सप्ताहांत कर्फ्यू जरूरी है। उद्यमी राजीव चावला का कहना है कि सप्ताहांत कर्फ्यू के लिए उद्यमी भी तैयार हैं क्योंकि उनके उद्यम का एक ही कर्मी यदि संक्रमित होता है तो भी संस्थान में लॉकडाउन जैसी ही स्थिति बन जाती है।
दिल्ली नहीं जा रहे हैं लोग
फरीदाबाद और गुरुग्राम से लाखों लोग प्रतिदिन दिल्ली आवागमन करते हैं, मगर सप्ताहांत कर्फ्यू के चलते रविवार दोनों प्रमुख जिलों की सीमाओं पर सन्नाटा पसरा था। फरीदाबाद से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर बदरपुर टोल बैरियर पर रविवार पूरी तरह सन्नाटा छाया था। यहां एक फास्ट टैग कंपनी के लिए काम करने वाले वेद चौहान बताते हैं कि शनिवार और रविवार इक्का-दुक्का वाहन ही दिल्ली की तरफ गए।
डॉ. मेघना पाठक (वरिष्ठ चिकित्सक, मेट्रो हर्ट इंस्टीट्यूट, फरीदाबाद) का कहना है कि कोरोना संक्रमण की गिरफ्त में जिस तरह से बच्चे भी आ रहे हैं, उससे स्थिति काफी नाजुक बन रही है। हमारा सुझाव है कि फिलहाल लोग अपने को होम आइसोलेशन (घर में एकांतवास) में आ जाएं। जब तक बहुत जरूरी न हो तब तक बाहर के लोगों से संपर्क न करें। इससे ही कोरोना संक्रमण की दर कम होगी।