फर्जी आईडी से ईमेल भेजकर ठगों ने कंपनी को लाखों का चूना Gurugram News

कंपनी को फर्जी आईडी से ईमेल भेजकर ठगों ने बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर करा लिए। पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 10:24 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 10:24 PM (IST)
फर्जी आईडी से ईमेल भेजकर ठगों ने कंपनी को लाखों का चूना Gurugram  News
फर्जी आईडी से ईमेल भेजकर ठगों ने कंपनी को लाखों का चूना Gurugram News

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। कंपनी को फर्जी आईडी से ईमेल भेजकर ठगों ने बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर करा लिए। साइबर ठगों ने इटली व आस्ट्रेलिया की दो कंपनियों के नाम से फर्जी ईमेल गुड़गांव के मानेसर की कॉरपोरेट फर्नीचर निर्माता कंपनी को भेजी। इन ईमेल के जरिये दोनों विदेशी कंपनियों के नए खातों की डिटेल भेजकर उसमें रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया। बाद में कंपनियों ने बकाया पेमेंट मांगी तो ठगी का खुलासा हुआ। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस के अनुसार मामले की शिकायत मानेसर स्थित शियेरलिंग स्किन्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से राजेश कुमार ने दी है। कंपनी कॉरपोरेट फर्नीचर निर्माण करती है। इसके लिए मैटीरियल व अन्य सामान इटली और आस्ट्रेलिया की दो कंपनियों से आता है। समय-समय पर व कुछ तय डेट पर इन कंपनियों को पेमेंट की जाती है। दोनों कंपनियों की ओर से डीलिंग पर्सन तय थे और उनसे ईमेल के जरिये ही संपर्क होता है।

आरोप है कि 13 सितंबर 2018 को इटली की कंपनी के अधिकारी ने ईमेल भेजकर 19141 यूरो की पेंडिंग पेमेंट की मांग की। इसके बाद एक अन्य ईमेल आई जिसमें पुराने बैंक खाते को बदल नए खाते की जानकारी देते हुए उसमें रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया। 6 अगस्त 2019 को नए खाते में पेमेंट कर दी गई। लेकिन बाद में पता चला कि ईमेल हैक कर ठगी की गई है।

आस्ट्रेलिया की कंपनी को 27 अगस्त 2019 को मैटीरियल की डिमांड भेजी गई। इसके लिए उन्होंने 9772 आस्ट्रेलियन डॉलर की पेमेंट मांगी। उन्होंने भी एक अन्य बैंक की डिटेल दी जिसमें यह राशि ट्रांसफर कर दी गई। इस कंपनी की ओर से दोबारा से पेमेंट का रिमाइंडर आया तो चेक करने पर पाया कि हैकर ने गलत खाता नंबर देकर उनकी ही ईमेल जैसी ईमेल भेजी। तब शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि शुरुआती जांच के बाद साइबर क्राइम थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जा रही है।

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