Vaccination in Gurugram: माल परिसर में कार में बैठे ही तीन सौ लोगों ने लगवाया कोरोना का टीका

Vaccination in Gurugram टीकाकरण अभियान के नोडल अधिकारी व उप सिविल सर्जन डाक्टर एमपी सिंह का कहना है कि लोगों को कार में बैठे- बैठे ही टीका लगाया गया टीका लगाने के आधा घंटे बाद वापस भेज दिया गया।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:22 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:22 PM (IST)
Vaccination in Gurugram: माल परिसर में कार में बैठे ही तीन सौ लोगों ने लगवाया कोरोना का टीका
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर तीन सौ लोगों को टीका लगाया।

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। माल की पार्किग क्षेत्र में कार में बैठे ही लोगों को कोरोना टीका लगाने का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। ड्राइव थ्रू अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दिल्ली -जयपुर हाईवे से सटे एंबियंस माल की पार्किंग में 45 से अधिक आयु के 300 लोगों को दूसरा कोरोनारोधी टीका लगाया। सभी को कोवैक्सीन का टीका लगाया गया। टीका लगवाने के लिए करीब छह सौ से अधिक लोग पहुंचे। कारों की लंबी लाइन देखने को मिली। मगर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर तीन सौ लोगों को टीका लगाया। अन्य लोगों को मायूस होकर घर लौटना पड़ा।

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पहले ही कहा गया था कि 300 लोगों को लगाया जाएगा। उसके बावजूद भी वहां कई सौ गाड़ी लाइन में लग गई। पार्किंग से लेकर सड़क पर कारों की लंबी लाइन लगी रही। सभी की आशा थी कि टीका लगाया जाएगा लेकिन पहले पंजीकरण कराने वाले तीन सौ लोगों को टीका लगाया गया।

दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने मुंबई व पंचकूला की तर्ज पर अलग-अलग माल की पार्किग में टीका लगाने का अभियान चलाया हुआ है। ताकि लोग कार में और कार में ही बैठे बैठे दूसरा टीका लगवाए। टीकाकरण अभियान के नोडल अधिकारी व उप सिविल सर्जन डाक्टर एमपी सिंह का कहना है कि लोगों को कार में बैठे- बैठे ही टीका लगाया गया टीका लगाने के आधा घंटे बाद वापस भेज दिया गया।

स्वास्थ्य विभाग को मिली तारीफ और नाराजगी

जिन लोगों को टीका लगाया गया वह स्वास्थ्य विभाग के अभियान से खुश नजर आए। लोगों विभाग के इस अभियान की बड़ी तारीफ कर रहे थे। लोग इस बात से खुश थे कि उन्हें कार से उतरना भी नहीं पड़ा और टीका लग गया। जिनका टीका लगने का नंबर नहीं आया, उनको वापस लौटना पड़ा। वापस लौट रहे राहुल खन्ना, मुकुल गौड़ ने कहा टीके की संख्या यहां पर कम से कम हजार रखनी चाहिए। घर से उम्मीद से आए थे अब लौटना पड़ रहा है।

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