Cyber Crime: फर्जी कॉल सेंटर की ठगी से बचना है तो पढ़िये यह स्टोरी, मिनटों में लगा देते हैं लाखों का चूना

Cyber Crime फर्जी कॉल सेंटरों का गोरखधंधा बढ़ने के पीछे मुख्य कारण यह है कि सेंटरों के संचालक उनलोगों को टारगेट करते हैं जिन्हें पता ही नहीं होता है कि उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। खासकर अमेरिका में बैठे लोगों को अधिक टारगेट किया जाता है।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 01:39 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 01:39 PM (IST)
Cyber Crime: फर्जी कॉल सेंटर की ठगी से बचना है तो पढ़िये यह स्टोरी, मिनटों में लगा देते हैं लाखों का चूना
फर्जी कॉल सेंटर के झांसे में आकर लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।

गुरुग्राम [आदित्य राज]।  Cyber Crime:  दिल्ली से सटे गुरुग्राम में फर्जी कॉल सेंटरों का जाल खत्म होने की बजाय फैलता ही जा रहा है। शहर में 30 से अधिक काॅल सेंटर पकड़े जा चुके हैं। एक कॉल सेंटर में सीबीआइ की भी छापेमारी हो चुकी है। कई आरोपित भी पकड़े जा चुके हैं लेकिन कोई असर नहीं दिख रहा है। पिछले कुछ सालों से साइबर सिटी में फर्जी कॉल सेंटरों का संचालन शुरू हुआ है। बताया जाता है कि शहर के किसी खास इलाके में नहीं बल्कि अधिकतर इलाकों में फर्जी कॉल सेंटर चल रहे हैं। वैसे फर्जी कॉल सेंटरों का गढ़ उद्योग विहार इलाका है। फर्जी कॉल सेंटरों का गोरखधंधा बढ़ने के पीछे मुख्य कारण यह है कि सेंटरों के संचालक उनलोगों को टारगेट करते हैं, जिन्हें पता ही नहीं होता है कि उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। खासकर अमेरिका में बैठे लोगों को अधिक टारगेट किया जाता है। उन्हें लगता है कि तकनीकी सहायता दी जा रही है। इस वजह से वे शिकायत नहीं करते।

इस तरह से लगाते हैं चूना

अधिकतर फर्जी काॅल सेंटर के कर्मचारी अमेरिका सहित विदेश में बैठे लोगों के कम्प्यूटर सिस्टम में पहले वायरस भेजते हैं। फिर उन्हें फोन करके तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने की बात करते हैं। इस तरह तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के नाम पर 300 से लेकर 700 डॉलर तक एक ग्राहक से लिया जाता है। इसके अलावा लॉटरी निकलने के नाम, इंश्योरेंस दिलाने के नाम पर, लाेन दिलाने के नाम पर चूना लगाया जाता है। बृहस्पतिवार रात उद्योग विहार इलाके में जिस फर्जी कॉल सेंटर को पकड़ा गया, उसके कर्मचारी भी अमेरिका के लोगों को चूना लगा रहे थे। पहले सिस्टम में वायरस भेजते थे फिर उसे ठीक करने के नाम पर 300 से लेकर 700 डॉलर तक की वसूली करते थे।

साइबर सिटी में फर्जी कॉल सेंटरों के कुछ मामले

 22 जनवरी 2018 : शहर के विभिन्न इलाकों में चल रहे 10 फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़   31 मार्च 2018 : उद्योग विहार इलाके में संचालित एक फर्जी काॅल सेंटर का भंडाफोड़   6 जुलाई 2018 : उद्योग विहार में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर पकड़ा गया  7 जुलाई 2018 : सोहना रोड जेएमडी मेगापॉलिस मॉल में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश  29 जुलाई 2018 : उद्योग विहार इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़  28 नवंबर 2018 : शहर के विभिन्न इलाकों में चल रहे आठ फर्जी काॅल सेंटर का पर्दाफाश  27 मई 2019 : माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम से चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़  6 अगस्त 2019 : सेक्टर-37 में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़  3 दिसंबर 2019 : सोहना रोड स्थित स्थित स्पेज आईटी पार्क में संचालित फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश  23 जनवरी 2020 : सेक्टर-18 में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़  3 मार्च 2020 : उद्योग विहार इलाके में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़  8 अगस्त 2020 : सोहना रोड स्थित जेएमडी मेगापॉलिस मॉल में संचालित फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ 10 सितंबर : सुशांत लोक इलाके में गैलेरिया मार्केट के नजदीक संचालित फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ 16 अक्टूबर : उद्योग विहार में संचालित फर्जी कॉल सेंटर का सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की टीम ने किया भंडाफोड़

केके राव (पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम) का कहना है कि सभी थाना पुलिस से लेकर साइबर क्राइम एवं क्राइम ब्रांच की टीमों को निर्देश है कि जहां से भी जिस समय फर्जी कॉल सेंटर के बारे में जानकारी सामने आए, उसी समय छापेमारी करें। लोगाें से अपील है कि उनके पास यदि किसी इलाके में फर्जी कॉल सेंटर संचालन की जानकारी है तो पुलिस को बताएं। वैसे पुलिस अपने स्तर पर फर्जी कॉल सेंटरों की पहचान कर रही है। फर्जी कॉल सेंटरों का नेटवर्क भी ध्वस्त होगा।

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