एमसीडी टोल प्लाजा हुआ कैशलेस, पीक आवर में लगा भीषण जाम
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का टोल प्लाजा सिरहौल बार्डर पर है। इसे लंबे समय से कैशलेस करने की चर्चा चल रही थी। बुधवार सुबह छह बजे से कैशलेस कर दिया गया यानी अब टोल पर आरएफआइडी यानी रेडियो फ्रीक्वेंसी इन्फ्रारेड डिवाइस नामक सिस्टम लागू कर दिया गया है।
गुरुग्राम (आदित्य राज)। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-पर सिरहौल बार्डर के नजदीक एमसीडी टोल प्लाजा को बुधवार से कैशलेस कर दिया गया। इसका असर गुरुग्राम इलाके में हाईवे पर एक से डेढ़ किलोमीटर तक ट्रैफिक के दबाव के रूप में दिखा। पीक आवर के दौरान सुबह एवं शाम ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति बन गई थी। इसे देखते हुए बार्डर पर काफी संख्या में ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का टोल प्लाजा सिरहौल बार्डर पर है। इसे लंबे समय से कैशलेस करने की चर्चा चल रही थी। बुधवार सुबह छह बजे से कैशलेस कर दिया गया यानी अब टोल पर आरएफआइडी यानी रेडियो फ्रीक्वेंसी इन्फ्रारेड डिवाइस नामक सिस्टम लागू कर दिया गया है। यह डिवाइस चिप के रूप में है। जिस वाहन में यह चिप या स्टीकर लगा होगा उसे टोल प्लाजा से सीधे निकल जाएगा। सिस्टम लागू करने के बाद कुछ देर तक असर नहीं दिखा लेकिन जैसे ही पीक आवर शुरू हुआ वैसे ही दबाव बढ़ना शुरू हो गया था। एक से डेढ़ किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइनें लग गई थीं। दोपहर 12 बजे तक यही हाल रहा।
शाम पांच बजे के बाद भी काफी देर तक कमोवेश सुबह जैसी ही स्थिति रही। वाहन चालकों का कहना है कि कुछ दिनों तक एक लेन कैश देकर निकलने वाले वाहनों के लिए होनी चाहिए। सेक्टर-31 निवासी राजकुमार सिंह एवं जयशंकर तिवारी कहते हैं कि कैशलेश सिस्टम बेहतर है। इससे टोल प्लाजाओं पर ट्रैफिक का दबाव नहीं दिखाई देगा। आवश्यकता है कि कुछ दिनों तक जागरूकता अभियान चलाने की।
टोल प्लाजा पर ट्रैफिक के दबाव के बारे में सहायक पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक, हाईवे) प्रवीण मलिक का कहना है कि जब भी कोई नई व्यवस्था लागू की जाती है तो उसका असर कुछ दिनों तक रहता ही है। इसे देखते हुए अगले कुछ दिनों तक सिरहौल बार्डर के नजदीक ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गई है। वैसे एमसीडी के कर्मचारी वाहन चालकों से कैशलेस सिस्टम के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इससे उम्मीद है कि दो से तीन दिनों के भीतर स्थिति काफी हद तक बदल जाएगी।