सचिन पायलट के समर्थन में गुरुग्राम में होगी महापंचायत, समर्थकों को गद्दार बताए जाने से गुर्जर समाज में रोष
सचिन पायलट के समर्थकों को गद्दार बताए जाने से गुर्जर समाज में जबर्दस्त रोष है। इसे देखते हुए गुर्जर महापंचायत ने आगामी चार जुलाई को गांव रिठौज में महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया है। इसमें हरियाणा के अलावा राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों के लोग शरीक होंगे।
गुरुग्राम (आदित्य राज)। राजस्थान में बसपा के बागी विधायकों द्वारा पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों को गद्दार बताए जाने से गुर्जर समाज में जबर्दस्त रोष है। इसे देखते हुए गुर्जर महापंचायत ने आगामी चार जुलाई को गांव रिठौज में महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया है। इसमें हरियाणा के अलावा राजस्थान, दिल्ली, उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों से गुर्जर समाज के प्रमुख लोग शरीक होंगे। महापंचायत में राष्ट्रीय स्तर पर महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया जाएगा। यह जानकारी गांव रिठौज निवासी गुर्जर महापंचायत के संयाेजक, किसान नेता व वरिष्ठ अधिवक्ता हेमराम खटाना ने दी। उन्होंने बताया कि बसपा के बागी विधायकों ने शिष्टाचार को तार-तार कर दिया है।
राजनीति में एक-दूसरे का विरोध करना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन किसी प्रतिष्ठित नेता के समर्थकों के लिए गद्दार जैसे शब्द का प्रयाेग करना दर्शाता है कि कुछ लोगों ने राजनीति का स्तर कितना नीचे गिरा दिया है। सचिन पायलट और उनके परिवार के बारे में कौन नहीं जानता। उनके पिता स्व. राजेश पायलट के बारे में देश का बच्चा-बच्चा जानता है। उन्होंने मूल्यों की राजनीति की थी। उन्हीं के बताए रास्तों पर उनके पुत्र सचिन पायलट चल रहे हैं। कम उम्र में केंद्रीय मंत्री रहे। राजस्थान में कुछ समय तक उप-मुख्यमंत्री रहे। उनके दामन पर कभी भी किसी भी प्रकार का दाग नहीं लगा।
शिष्टाचार व अनुशासन उनके रग-रग में भरा है। कभी भी किसी नेता के लिए अमर्यादित शब्दों का उन्होंने इस्तेमाल नहीं किया। आज यदि वह कांग्रेस आलाकमान के सामने अपनी बात रख रहे हैं तो वे गलत हो गए। उनके व उनके समर्थकों के लिए अमर्यादित शब्दों के प्रयोग किए जा रहे हैं। क्या किसी को सचिन पायलट की योग्यता के ऊपर शक है। उनके अध्यक्ष रहते पार्टी सत्ता में आई। यदि वे अपनी योग्यता के मुताबिक इच्छा रखते हैं तो इसमें क्या गलत है।
महापंचायत में पूरे देश के किसान नेता शरीक होंगे
किसान नेता हेमराम खटाना ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली महापंचायत में पूरे देश से सभी समाज से संबंधित किसान नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। अन्य प्रमुख लोग भी शरीक होंगे। स्व. राजेश पायलट किसान नेता थे। उनके पुत्र के साथ ही उनके समर्थकों के ऊपर अमर्यादित शब्दों के प्रयोग से पूरे देश के लोग खासकर किसान नेता कहीं न कहीं आहत होंगे। महापंचायत में ही आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। सचिन पायलट जैसे युवा नेताओं को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इनके भीतर ऊर्जा है, देश को आगे ले जाने की बेहतर सोच है। ऐसे युवा नेताओं को दबाना देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। बता दें कि पिछले साल भी गुर्जर महापंचायत ने गांव रिठौज में महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया था लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए सचिन पायलट ने ही ऐसा करने से मना कर दिया था।