दिसंबर तक तैयार हो जाएगा गुरुग्राम का पहला फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर, आसान हो जाएगा दिल्ली-एनसीआर का सफर
Gurugram cloverleaf flyover दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे के खेड़कीदौला टोल के नजदीक दिसंबर महीने तक फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर तैयार होगा। पहले सितंबर तक तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। कोरोना संकट की वजह से कार्य काफी प्रभावित हुआ।
गुरुग्राम [आदित्य राज]। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे के खेड़कीदौला टोल के नजदीक दिसंबर महीने तक फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर तैयार होगा। पहले सितंबर तक तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। कोरोना संकट की वजह से कार्य काफी प्रभावित हुआ। इसके बनने से सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर), सेंट्रल पेरिफेरल रोड (सीपीआर) एवं नार्दर्न पेरिफेरल रोड (एनपीआर) जिसे द्वारका एक्सप्रेस-वे कहा जाता है, तीनों आपस में जुड़ जाएंगे। यही नहीं सभी रोड से आने वाले वाहन पूरी स्पीड के साथ एक्सप्रेस-वे सहित किसी भी रोड पर आ-जा सकेंगे।
खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक कई रोड एक्सप्रेस-वे से मिलते हैं। सभी को आपस में जोड़ने के लिए कई साल पहले फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई गई थी। अब जल्द ही सपना साकार होगा। साइबर सिटी में इस तरह का पहला फ्लाईओवर होगा जो कई रोड को आपस में जोड़ेगा। निर्माण की जिम्मेदारी एलएंडटी नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। फ्लाईओवर न होने की वजह से खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक रांग साइड वाहन दोड़ते रहते हैं। इस वजह से जहां बार-बार ट्रैफिक जाम लगता है वहीं हादसे भी होते रहते हैं।
एनपीआर भी दिसंबर तक होगा तैयार
फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के साथ ही एनपीआर का हरियाणा भाग भी दिसंबर तक तैयार होगा। यह भी सितंबर तक तैयार होना था लेकिन कोरोना संकट के साथ ही गांव दौलताबाद के सामने एलिवेटेड हिस्से की दो स्लैब गिरने से काम काफी प्रभावित हो रहा है। मामले की जांच भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी जांच कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद स्लैब डालने का काम तेजी से शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल स्लैब डालने के कार्य को छोड़कर अन्य कार्य किए जा रहे हैं। काम तेजी के साथ बेहतर तरीके से हो, इसे लेकर केंद्र सरकार गंभीर है।
बृहस्पतिवार को सिरहौल बार्डर के नजदीक बनाए जा रहे यू-टर्न अंडरपास का जायजा लेने के दौरान स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि निर्माण कार्यों में लापरवाही से बदनामी होती है। इस बारे में एनएचएआइ के परियोजना निदेशक (द्वारका एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट) निर्माण जामभुलकर का कहना है कि स्लैब गिरने जैसी घटना आगे न हो, इसके लिए हर स्तर पर ध्यान दिया जा रहा है। निर्माण कंपनी को सभी विषयों पर बारीकी से ध्यान देने को कहा गया है।
राव इंद्रजीत सिंह (स्थानीय सांसद व केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि निर्माण में भले ही कुछ समय लग जाए लेकिन काम बेहतर होना चाहिए। जल्दबाजी करने से कुछ न कुछ कमी रह जाती है। इससे बदनामी होती है। द्वारका एक्सप्रेस-वे से पहले गुरुग्राम-सोहना रोड पर भी हादसा हो चुका है। किसी भी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।