Solar Energy: वर्ष 2022 तक 100 गीगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट लगाने का लक्ष्य

गुजरात के कच्छ में 15 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूवल सोलर विंड एनर्जी पार्क का उद्घाटन करने जा रहा हैं। यहां सौर और पवन ऊर्जा से 30000 मेगावाट क्षमता वाले दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूवल एनर्जी पार्क तैयार किया गया है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Thu, 10 Dec 2020 03:43 PM (IST) Updated:Thu, 10 Dec 2020 03:43 PM (IST)
Solar Energy: वर्ष 2022 तक 100 गीगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट लगाने का लक्ष्य
गांव-गांव में लोग सौर ऊर्जा के ऊपर ध्यान दे रहे हैं। बड़े-बड़े प्लांट लगाए जा रहे हैं।

आदित्य राज, गुरुग्राम। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आइएसए) का मुख्यालय भारत में होने का लाभ मिल रहा है। देश के भीतर तेजी से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम चल रहा है। देश की सौर ऊर्जा क्षमता में अगले दो वर्षों के दौरान 60 गीगावाट से अधिक का इजाफा होने वाला है। कुल मिलाकर वर्ष 2022 तक 100 गीगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सौर ऊर्जा से चलने वाली नौकाएं ही नहीं बल्कि ऐसे विमानों के निर्माण को भी आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन बढ़ावा देगा। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ 30 नवंबर 2015 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित सम्मेलन में आइएसए के गठन की घोषणा की गई थी। इसका मुख्यालय यानी सचिवालय गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड स्थित राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान के सूर्य भवन में है। आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन सौर ऊर्जा आधारित नौकाएं (सोलर एनर्जी आधारित बोट) ही नहीं बल्कि सौर ऊर्जा पर आधारित विमानों के निर्माण को भी बढ़ावा देने की तैयारी की जा रही है।

अब तक दुनिया के 70 देश आइएसए के सदस्य बन चुके हैं। वैसे अब तक 88 देशों की ओर से सदस्य बनने की सहमति है। मुख्यालय में समय-समय पर कार्यशाला आयोजित किए जा रहे हैं। इसका लाभ अपने देश को काफी मिल रहा है। इस साल जून तक के आंकड़े ही देखें तो देश में 35 हजार 700 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा प्लांट लग चुका है। जुलाई से लेकर नवंबर तक के दौरान भी काफी काम हुए हैं। कोरोना संकट के बाद भी सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से काम चल रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्ष 2022 तक जो लक्ष्य रखा गया है उसमें से लगभग 37 फीसद लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। आइएसए आगे सौर ऊर्जा आधारित नौकाओं पर काफी जोर देगा। यही नहीं सौर ऊर्जा आधारित विमानों का निर्माण आने वाले समय में शुरू हो, इस दिशा में विमान निर्माता कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।

एक बिलियन स्ट्रीट लाइट का टेंडर जारी करेगा आइएसए : आइएसए जल्द ही पूरी दुनिया के लिए एक बिलियन स्ट्रीट लाइट का टेंडर जारी करेगा। इस दिशा में कार्यवाही शुरू हो चुकी है। पूरी दुनिया में स्ट्रीट लाइट के ऊपर आने वाले समय में बढ़-चढ़कर काम होने वाला है। भारत के भीतर भी गांव-गांव में स्ट्रीट लाइट की सुविधा विकसित करने की योजना है। इससे सौर ऊर्जा की मांग बढ़ेगा। मांग बढ़ने पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए कंपनियां बढ़-चढ़कर आगे आएंगी।

आइएसए महानिदेशक (डीजी) उपेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि आने वाला समय सौर ऊर्जा का है। यह बात पूरी दुनिया को समझ में आ चुकी है। यही वजह है कि दुनिया के अधिकतर देश अब इस दिशा में तेजी से प्रयास कर रहे हैं। भारत में तो सौर ऊर्जा के क्षेत्र में धीरे-धीरे क्रांति जैसी स्थिति बन जाएगी। लोगों में जबर्दस्त जागरूकता आई है। गांव-गांव में लोग सौर ऊर्जा के ऊपर ध्यान दे रहे हैं। बड़े-बड़े प्लांट लगाए जा रहे हैं।

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