गुरुग्राम में इफको चौक फ्लाईओवर की दीवार टूटने से बढ़ी वाहन चालकों की परेशानी, आवाजाही पूरी तरह से बंद

इफको चौक फ्लाईओवर की लगभग 10 मीटर दीवार टूटकर लटक गई। इसे देखते हुए फ्लाईओवर से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। नीचे की मिट्टी धंसने से हादसा न हो इसके लिए फ्लाईओवर पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Mon, 23 Aug 2021 04:29 PM (IST) Updated:Mon, 23 Aug 2021 05:18 PM (IST)
गुरुग्राम में इफको चौक फ्लाईओवर की दीवार टूटने से बढ़ी वाहन चालकों की परेशानी, आवाजाही पूरी तरह से बंद
इफको चौक फ्लाईओवर की दीवार टूटी। फोटो- जागरण

गुरुग्राम (आदित्य राज)। मास्टर सीवर लाइन के टूटने से इफको चौक फ्लाईओवर की लगभग 10 मीटर दीवार टूटकर लटक गई। इसे देखते हुए फ्लाईओवर से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। सीवर लाइन को ठीक करने का काम गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने शुरू कर दिया है। सीवर लाइन ठीक होने के बाद फ्लाईओवर की मरम्मत का कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा शुरू कराया जाएगा। दोनों कार्य में कम से कम तीन से चार का दिन का समय लगेगा।

इफको चौक पर दिल्ली-जयपुर हाईवे के लगभग 15 फीट नीचे मास्टर सीवर लाइन है। अनुमान है कि कुछ दिन पहले सीवर लाइन टूटी होगी। इससे मिट्टी का कटाव शुरू हो गया। धीरे-धीरे मिट्टी नीचे धंसती चली गई। शनिवार को तेज बारिश के दौरान चारों तरफ पानी जमा होने से मिट्टी के धंसने का पता नहीं चला। रविवार को मिट्टी इतनी धंस गई कि ऊपर से गुजर रहे फ्लाईओवर की दीवार टूटकर लटक गई। नीचे की मिट्टी धंसने से हादसा न हो इसके लिए फ्लाईओवर पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। इससे एमजी रोड पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है।

18 महीने के भीतर बनाए गए थे तीन फ्लाईओवर

ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए इफको चौक के नजदीक दो यू-टर्न फ्लाईओवर एवं एक सीधा फ्लाईओवर का निर्माण दिसंबर 2016 में शुरू किया गया था। एग्रीमेंट के मुताबिक निर्माण कंपनी गावर कंस्ट्रक्शन को 30 महीने में काम पूरा करना था लेकिन कंपनी ने 18 महीने के भीतर ही निर्माण पूरा कर दिया था। इस जल्दबाजी के दुष्परिणाम समय-समय पर सामने आ रहे हैं। अप्रैल 2018 के दौरान भी यू-टर्न फ्लाईओवर में दरार आई थी। दरार भी इतनी चौड़ी थी कि कार का पहिया तक घुस सकता था। अब मिट्टी धंसने से फ्लाईओवर (सीधा फ्लाईओवर) की दीवार गिरी है।

हालांकि एनएचएआइ के अधिकारी इस हादसे के लिए फ्लाईओवर के निर्माण में किसी भी प्रकार की कमी नहीं बता रहे हैं। उनका तर्क है कि मिट्टी धंसने से फ्लाईओवर की दीवार गिरी। एनएचएआइ के प्रबंधक विकास मित्तल का कहना है कि जब सीवर लाइन टूटने से मिट्टी धंस गई फिर फ्लाईओवर के निर्माण में कमी कैसे हो सकती है। जहां कमी है वहां पर स्वीकार करने में कोई हर्ज नहीं। इफको चौक फ्लाईओवर की दीवार कुछ मीटर टूटकर लटकने के पीछे मुख्य कारण सीवर लाइन का टूटना है। जीएमडीए की टीम काम कर रही है। उसका काम पूरा होते ही फ्लाईओवर निर्माण कंपनी अपना काम शुरू करेगी।

अधिकतर फ्लाईओवर के निर्माण में कमी आ चुकी सामने

कुछ सालों के भीतर जिले में जितने भी फ्लाईओवर बनाए गए हैं, उनमें से अधिकतर में कमी की शिकायत सामने आ चुकी है। इसी साल मार्च में निर्माणाधीन द्वारका एक्सप्रेस-वे की दो स्लैब गिर चुकी है। एक बार दरार आने की भी शिकायत सामने आ चुकी है। पिछले साल गुरुग्राम-सोहना हाईवे पर एलिवेटेड रोड की स्लैब गिर चुकी है। इससे पहले हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर एवं रामपुरा फ्लाईओवर में गड़बड़ी की शिकायत सामने आ चुकी है। द्वारका एक्सप्रेस-वे हादसे की वजह से काम ठप है। इस साल के अंत तक प्रोजेक्ट पूरा होना था लेकिन अब अगले साल मार्च तक भी पूरा होने की उम्मीद कम ही दिखाई दे रही है। हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर का भी एक भाग कई महीनों तक बंद कर दिया गया था। 

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