गुरुग्राम में सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत, एक की हालत नाजुक; शादी समारोह से लौट रहे थे लोग

गढ़ी हरसरू के पास रात करीब एक बजे हुए हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। एक युवक गंभीर रूप से घायल है। उसे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कार की गति तेज होने से अनियंत्रित होकर कार सड़क किनारे लगी ईंट के चट्टे में घुस गई।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 02:23 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 02:23 PM (IST)
गुरुग्राम में सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत, एक की हालत नाजुक; शादी समारोह से लौट रहे थे लोग
सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत एक गंभीर। फोटो- संजय गुलाटी

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। तेज गति के चलते अनियंत्रित होकर कार सड़क किनारे लगे ईंट के चट्टे में घुस गई। हादसे में चालक सहित पांच युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। कार सवार एक युवक को बेहोशी की हालत में कार से निकाल प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया। डाक्टर के मुताबिक हालत गंभीर है। भयावह हादसा रात करी साढ़े बारह बजे पटौदी-गुरुग्राम रोड स्थित साढ़राणा गांव के पास हुआ। सभी युवक गुरुग्राम के एक अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी थे, अस्पताल के ही एक कर्मचारी के लगन समारोह में शामिल होने के बाद अस्पताल लौट रहे थे तभी हादसा हो गया।

गुरुग्राम के सेक्टर 83 स्थित जेनिसिस अस्पताल में कार्यरत छह युवक अस्पताल के ही स्टोर इंचार्ज गांव साढ़राणा निवासी अंशुल वशिष्ठ के लगन में बृहस्पतिवार रात स्विफ्ट डिजायर कार से गए हुए थे। कार डा. चेतन यादव की थी। जिसे अस्पताल की एंबुलेंस चलाने वाले नाहरपुर रूपा स्थित नितिन विहार कालोनी निवासी सागर चला रहे थे। उनके साथ उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के गांव कुसी निवासी नियाज खान, जींद जिला के गांव दनौदा कला निवासी जगबीर, नेपाल निवासी जीबेक, अयोध्या जिला के काशीपुर रुदौली निवासी हार्दिक तिवारी, बिहार के सहरसा जिला के गांव टीरी निवासी ¨प्रस सवार थे। लगन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सभी कार से वापस आ रहे थे। गांव की मोड़ पर कार की गति तेज होने से सागर ने नियंत्रण को दिया। 

अनियंत्रित कार सड़क किनारे लगे ईंट के चट्टे से टकरा गई। हादसे में नियाज, सागर, जगबीर, प्रिंस तथा जीबेक की मौके पर ही मौत हो गई। हार्दिक का बेहोशी की हालत में जेनिसिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। टक्कर इतनी तेज हुई कि कार के परखच्चे उड़ गए। उसमें फंसे युवकों को ग्रामीणों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद निकाला। 

हार्दिक को छोड़ कोई जिंदा नहीं बचा। दस हजार ईंट का चट्टा लगा था आधी से अधिक ईंट भी टुकड़ों में तब्दील हो गई। ऐसे लग रहा जैसे ईंट पर बुलडोजर चलाया गया है। डा. चेतन ने बताया सागर को छोड़कर सभी कर्मचारी अस्पताल परिसर में बने कमरों में रह रहे थे। सेक्टर दस थाना पुलिस ने नेपाल निवासी जीबेक के शव को छोड़ अन्य का पोस्टमार्टम करा स्वजन के हवाले कर दिया। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन ने कहा प्राथमिक जांच में तेज गति के चलते हुआ हादसा लग रहा है। अन्य पहलू से भी जांच की जा रही है।

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