बच्‍चों को छुड़ाने राजस्थान पुलिस पहुुंची गुरुग्राम, ग्रामीणों ने बंधक बना कर की मारपीट; इलाके में तनाव

राजस्थान के अलवर जिला अदालत के आदेश पर गांव सांपकी नगली में अपनी दादी के मायके रह रहे दो बच्चों को लेने पहुंची अलवर पुलिस टीम को नगर परिषद सोहना की पार्षद के पति ने कई महिलाओं व ग्रामीणों के साथ मिल बंधक बना लिया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:22 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:27 PM (IST)
बच्‍चों को छुड़ाने राजस्थान पुलिस पहुुंची गुरुग्राम, ग्रामीणों ने बंधक बना कर की मारपीट; इलाके में तनाव
ग्रामीणों पर आरोप है कि पुलिस को तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा।

संवाद सहयोगी, सोहना (गुरुग्राम)। राजस्थान के अलवर जिला अदालत के आदेश पर गांव सांपकी नगली में अपनी दादी के मायके रह रहे दो बच्चों को लेने पहुंची अलवर पुलिस टीम को नगर परिषद सोहना की पार्षद के पति ने कई महिलाओं व ग्रामीणों के साथ मिल बंधक बना लिया। आरोप हैं कि पुलिस कर्मियों को तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा गया। इस दौरान उनके साथ मारपीट की गई।

सूचना के बाद सोहना सिटी थाने की पुलिस टीम गांव पहुंची और बंधक बनाए गए तीन पुलिस कर्मियों को छुड़वाया। पुलिस ने इस मामले में महिला पार्षद रेखा के पति बलबीर गबदा सहित पचास लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। शनिवार देर शाम तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई।

अलवर जिला के गांव पालमपुर निवासी सुष्मिता की शादी गुरुग्राम के गांव तिगरा में हुई थी। पति-पत्नी में नहीं पटने के चलते सुष्मिता अपने मायके में रह रही है। उसने पति व ससुराल वालों के खिलाफ अलवर के भिवाड़ी थाने में मामला दर्ज कराया था। केस अदालत में चल रहा है। अदालत को पीड़िता ने कहा कि उनकी बेटी भावना व बेटे ब्रम्हपाल को ससुराल वाले जबरन रखे हुए हैं। बच्चों को मां का प्यार नहीं मिल पा रहा है।

अदालत ने सुनवाई करते हुए पुलिस को बच्चों को लाकर मां को सौंपने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद भिवाड़ी थाने में नियुक्त ए्एसआइ अमीलाल की अगुवाई में शुक्रवार शाम चार बजे पुलिस टीम पहले तिगरा पहुंची तो वहां से पता चला बच्चे अपनी दादी के मायके सोहना से सटे गांव सांपकी नगली में रह रहे हैं। इसके बाद तीनों पुलिस कर्मी सांपकी नगली पहुंचे।

बताते हैं कि बच्चों को लेकर जैसे ही पुलिसकर्मी चलने लगे पार्षद के पति बलबीर गबदा की अगुवाई में पचास से अधिक ग्रामीण आ गए और बच्चों को अपने कब्जे में लेकर पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर एक कमरे में बंद कर दिया। पुलिसकर्मियों ने आपबीती अपने उच्च अधिकारियों को फोन कर बताई तो अलवर पुलिस अधीक्षक ने गुरुग्राम पुलिस को सूचना दी। इसके बाद सोहना के दोनों थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बंधक बनाए गए पुलिसकर्मियों को छुड़ाया।

पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया एएसआइ अमीलाल की शिकायत पर बलबीर गबदा, कैप्टन हरिराम, सतीश, ओमबीर, नीलू, मनोज, पवन प्रदीप सहित पचास लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपितों में कई महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं बलबीर गबदा का कहना है कि पुलिस टीम किसी दूसरे बच्चे को अपहरण कर ले जा रही थी। इसी बात पर कहासुनी हुई।

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