कोरोना थमा नहीं, बर्ड फ्लू से बच्चे की मौत पर स्वास्थ्य विभाग हाई एलर्ट

फिलहाल किसी में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं हैं। आस-पास इलाके में लोगों के स्वास्थ्य जांच की जा रही है ताकि किसी में बर्ड फ्लू के लक्षण मिले तो तुरंत इलाज दिया जा सके। बुधवार को परिवार के संपर्क में रहने वाले 34 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 03:49 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 03:49 PM (IST)
कोरोना थमा नहीं, बर्ड फ्लू से बच्चे की मौत पर स्वास्थ्य विभाग हाई एलर्ट
सेक्टर दस स्थित जिला अस्पताल में दस बेड का बनाया गया बर्ड फ्लू वार्ड

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण का कहर अभी थमा नहीं है और अब बर्ड फ्लू संक्रमण ने दस्तक दे दिया। गुरुग्राम के एक बच्चे की एम्स में बर्ड फ्लू से मौत की बात सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू की गांव चकरपुर रहने वाले बच्चे के परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य संबंधित जांच करने के साथ बचाव के लिए दवा दे दी है। उनके नमूने भी लेकर जांच के लिए भेजे गए।

फिलहाल किसी में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं हैं। आस-पास इलाके में लोगों के स्वास्थ्य जांच की जा रही है ताकि किसी में बर्ड फ्लू के लक्षण मिले, तो तुरंत इलाज दिया जा सके। बुधवार को परिवार के संपर्क में रहने वाले 34 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दो-तीन दिन की जांच में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला है जिसमें बर्ड फ्लू के लक्षण हो।

दरअसल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में गुरुग्राम के जिस बच्चे की मौत बर्ड फ्लू (एवियन इंफ्लूएंजा)एच5एन1 संक्रमण के कारण बता रहा है। उसे गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग ने उसे ब्लड कैंसर का मरीज बताया है। एम्स के डाक्टरों ने बच्चे के सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी लैब (पूणे) भेजे थे। जिसकी रिपोर्ट बच्चा एच5एन1 संक्रमित बताया गया। स्वास्थ्य विभाग को नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी लैब की रिपोर्ट व बच्चे की इलाज की समरी नहीं मिली है।

गुरुग्राम स्वास्थ्य अधिकारियों का का कहना

मृतक 11 वर्षीय बच्चे का परिवार मूल रूप से बिहार के जिला समस्तीपुर क रहने वाला है। यहां पर बच्चे के माता-पिता, भाई और नानी रहती है। बच्चे के स्वजन का कहना है कि बच्चे को ब्लड कैंसर था। दिल्ली से आई टीम ने बर्ड फ्लू बता हम लोगों के स्वास्थ्य की जांच की थी। बच्चे का इलाज एम्स में एक जून से चल रहा था। उसे कीमोथेरेपी के लिए ले जाया जाता था। आठ जुलाई को बच्चे की अधिक तबीयत खराब होने के कारण डाक्टरों ने एम्स में भर्ती कर लिया था और 11 जुलाई को उसकी मौत हो गई। जिसका अंतिम संस्कार दिल्ली में कर दिया गया था।

डॉक्टर का बयान

बच्चा कैंसर बीमारी से ग्रस्त था और पूणे लैब की जांच में बर्ड फ्लू ग्रस्त बताया गया है। हमारे पास ऐसी अभी तक कोई सूचना नहीं आई है। मंगलवार को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडी) टीम गांव चकरपुर आई थी। उसके बाद हमने वहां की सभी मुर्गा व मीट की दुकानों पर काम करने वाले लोगों की जांच की है सभी स्वस्थ पाए गए हैं। जहां पर बच्चे का परिवार रहता है उसके आस पास अन्य परिवारों की जांच की गई है, बर्ड फ्लू के किसी में किसी में लक्षण नहीं मिले हैं। गांव चक्करपुर के दस किलो मीटर के दायरे में लोगों के स्वास्थ्य संबंधित जांच की जा रही है।

वहीं जिले के सभी मुर्गी फार्म की जांच कराने के लिए पशु पालन विभाग को सूचना दी गई है।उनकी अपनी जांच में कोई पक्षी मरा हुआ नहीं मिला है। सेक्टर दस अस्पताल में एक अलग कमरे में दस बेड का वार्ड बना दिया है अगर कोई मरीज मिलता है तो इलाज किया जाएगा। 11 जुलाई को बच्चे की मौत हुई थी और अब दस दिन बीत चुके हैं। अगर कोई बर्ड फ्लू की चपेट में आता तो वह मरीज सामने आ चुका होता। अब खतरा नहीं है।

डाक्टर विरेंद्र यादव, सिविल सर्जन गुरुग्राम

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