अरावली के वन्य जीवों को सुरक्षित करने के लिए वाहनों की स्पीड कम करने के लिए लगेंगे साइन बोर्ड

वाहनों की चपेट में आकर पिछले कुछ सालों के दौरान छह तेंदुए मौत के शिकार हो चुके हैं। इसे देखते हुए पर्यावरण कार्यकर्ताओं की मांग थी कि दिल्ली-जयपुर हाईवे एवं गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर उन सभी जगह सांकेतिक बोर्ड लगाए जाएं जहां से वन्य जीव पार करते हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 05:57 PM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 06:05 PM (IST)
अरावली के वन्य जीवों को सुरक्षित करने के लिए वाहनों की स्पीड कम करने के लिए लगेंगे साइन बोर्ड
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर एवं फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड पर सूचनात्मक बोर्ड लगाए जाएंगे। (फाइल फोटो)

गुरुग्राम (आदित्य राज)। वन्य जीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर अरावली पहाड़ी क्षेत्र से गुजरने वाली सड़कों के किनारे सूचनात्मक बोर्ड लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर एवं फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड पर बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके बाद अन्य सड़कों के बारे में योजना बनाई जाएगी।

विभाग से लेकर पर्यावरण कार्यकर्ताओं का मानना है कि बोर्ड देखकर चालक अपने वाहनों की रफ्तार कम कर लेंगे। वाहनों की चपेट में आकर पिछले कुछ सालों के दौरान छह तेंदुए मौत के शिकार हो चुके हैं। इनमें से चार तेंदुए केवल मानेसर के नजदीक से दिल्ली-जयपुर हाईवे पार करने के दाैरान वाहनों की चपेट में आ चुके हैं। इसे देखते हुए पर्यावरण कार्यकर्ताओं की मांग थी कि दिल्ली-जयपुर हाईवे एवं गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर उन सभी जगह सांकेतिक बोर्ड लगाए जाएं जहां से वन्य जीव पार करते हैं। अब जाकर इस विषय के ऊपर काम शुरू किया गया है। दोनों सड़कों के किनारे 10-10 सांकेतिक बोर्ड लगाए जाएंगे। फिलहाल दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बोर्ड लगाने का काम शुरू किया गया है।

रंबल स्ट्रीप भी लगाने पर विचार

जिस-जिस जगह से वन्य जीव सड़क पार करते हैं वहां पर रंबल स्ट्रीप भी लगाने पर विचार किया जा रहा है। इससे वाहनों की रफ्तार अपने आप ही काफी कम हो जाएगी। इस कार्य के लिए वन विभाग की वन्य जीव शाखा लोक निर्माण विभाग से संपर्क करेगी। उम्मीद की जा रही है कि रंबल स्ट्रीप लगाने का निर्णय भी एक सप्ताह के भीतर ले लिया जाएगा।

पर्यावरण कार्यकर्ता वैशाली राणा कहती हैं कि सूचनात्मक बोर्ड एवं रंबल स्ट्रीप लगाने से ही काफी फर्क पड़ जाएगा। रफ्तार अधिक होने की वजह से ही वन्य जीव वाहनों की चपेट में आ आते हैं। अब विभाग पुलिया बनाने के ऊपर भी ध्यान दे। बता दें कि अरावली पहाड़ी क्षेत्र के कुछ इलाकों में ही अधिकतर वन्य जीव हैं। इन इलाकों में मंडावर, रायसीना, भोंडसी, दमदमा, मानेसर, मांगर, वजीराबाद, बंधवाड़ी आदि के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं। गीदड़, लकड़बग्गा, खरगोश, हिरण, नीलगाय सहित कई प्रकार के वन्य जीव हैं।

एमएस मलिक, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) का कहना है कि सूचनात्मक बोर्ड लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। रंबल स्ट्रीप लगाने पर भी विचार किया जा रहा है। बोर्ड लगाने से काफी फर्क पड़ेगा। बोर्ड देखते ही लोग वाहनों की रफ्तार कम कर लेंगे।

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