Fake Call Centre: अमेरिकी मूल के लोगों के साथ की जा रही थी धोखाधड़ी, संचालक सहित 6 सहयोगी अरेस्ट
Fake Call Centre छापे के दौरान तीन युवती व छह युवक हेडफोन लगाकर अंग्रेजी भाषा में बात कर रहे थे। वहां पर माैजूद अन्य लोगों से सेंटर से संबंधित जरूरी कागजात मांगे गए। नहीं उपलब्ध कराए जाने पर पूछताछ के बाद सेंटर के संचालकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गुरुग्राम [आदित्य राज]। Fake Call Centre: सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की गुरुग्राम टीम ने मंगलवार रात पालम विहार इलाके में चलाए जा रहे फर्जी काल सेंटर का पर्दाफाश किया है। मौके से संचालक सहित उसके छह सहयोगियों को दबोच लिया गया। उनके कब्जे से एक लैपटाप, एक हार्ड डिस्क, एक लाख 90 हजार रुपये बरामद किए हैं। सोशल सिक्योरिटी नंबर के नाम पर अमेरिकी मूल के लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। आरोपित अपनी कॉलिंग टीम के साथ मिलकर आइवीआर के माध्यम से कस्टमर को वाइस मेल भेजते थे। फोन आने पर सोशल सिक्योरिटी नंबर दिलाने के नाम पर पेपाल एवं गिफ्ट कार्ड के माध्यम से पैसे वसूल करते थे।
मंगलवार रात सीएम फ्लाइंग स्क्वायड के गुरुग्राम प्रभारी डीएसपी इंद्रजीत यादव को सूचना मिली कि पालम विहार के अंसल कारपोरेट प्लाजा के टावर-ए की प्रथम मंजिल पर मेडिसिन ग्लोबल इंफोटेक लिमिटेड नाम से फर्जी काल सेंटर चल रहा है। इसके बाद टीम गठित की गई। जैसी सूचना मिली थी वैसा ही माहौल मौके पर टीम को दिखा। तीन युवती व छह युवक हेडफोन लगाकर अंग्रेजी भाषा में बात कर रहे थे। वहां पर माैजूद अन्य लोगों से सेंटर से संबंधित जरूरी कागजात मांगे गए। नहीं उपलब्ध कराए जाने पर पूछताछ के बाद मौके से ही सेंटर के संचालकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उनकी पहचान सोहना इलाके की एएमवीएन एथेनेस सोसायटी में रहने वाले मूल रूप से मध्यप्रदेश निवासी 32 वर्षीय अक्षय दलाल (शिक्षा : बीकाम), दिल्ली के महरौली इलाके की तुलिप अपार्टमेंट में रहने वाले 27 वर्षीय नगंगीनलिये हंगल (शिक्षा बीए), मुनिरिक में रहने वाले 28 वर्षीय सिमिनलाल टूथनग (शिक्षा 12वीं), 26 वर्षीय इम्नलोंग (शिक्षा 12वीं) व 30 वर्षीय मंगचा (शिक्षा 12वीं), किशनगढ़ इलाके में रहने वाले 26 वर्षीय स्कूयुरवासी (शिक्षा 12वीं), व 24 वर्षीय विकटो अचूमी (शिक्षा 12वीं) के रूप में की गई।
इनमें से नगंगीनलिये, सिमिनलाल, स्कूयुरवासी, विकटो अचूमी एवं मंगचा मूल रूप से मणिपुर के रहने वाले हैं जबकि इम्नलोंग मूल रूप से नागालैंड का रहने वाला है। प्रारंभिक पूछताछ के मुताबिक आरोपित ने कुछ महीने पहले मेडिसिन ग्लोब इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई थी। काल सेंटर संचालन के लिए अंसल कारपोरेट प्लाजा में 65,000 रुपये प्रति माह किराये पर जगह ली थी।
जनवरी 2021 से काल सेंटर सभी चला रहे थे। आरेापित दो साल पहले गुरुग्राम में ही अलग-अलग काल सेंटरों में काम करते थे। उसी दौरान उन्हें फर्जी काल सेंटर खोलकर अधिक से अधिक पैसा कमाने का आइडिया आया था। बता दें कि इससे पहले जिले में 30 से अधिक फर्जी काल सेंटर पकड़े जा चुके हैं।