244 से ज्यादा छात्र और अन्य लोगों की रिपोर्ट निगेटिव, सेना कैंप से किया घर रवाना
कोरोना वायरस फैलने पर चीन से एक फरवरी को गुरुग्राम लाए गए 244 मेडिकल छात्रों व अन्य लोगों की स्वास्थ जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद उन्हें मंगलवार को घर भेज दिया गया।
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस फैलने पर वहां से एक फरवरी को लाए गए 244 मेडिकल छात्रों व अन्य लोगों की स्वास्थ जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें मंगलवार को घर भेज दिया गया। सभी लोग मानेसर स्थित सेना के कैंप में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर की अलग-अलग विंग में 17 दिनों से रह रहे थे।
घर जाते वक्त छात्रों व अन्य लोगों ने खुशी जताते हुए कहा हम सभी की यहां देखरेख बेहतर तरीके से हुई। जब हम लोग चीन में थे तो काफी डरे हुए थे अपनी सरजमीं पर कदम रखते ही आधा डर खत्म हो गया था। अब जब रिपोर्ट निगेटिव आई तो पूरी तरह से राहत मिल गई।
बता दें कि चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस फैलने से वहां पर रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों व अन्य लोगों को एक विशेष विमान द्वारा दिल्ली लाया गया था। दिल्ली एयर पोर्ट से कुछ लोगों को छाबला स्थित आइटीबीपी में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रखा गया था। वहीं करीब तीन सौ लोगों को मानेसर स्थित सेना के आइसोलेशन सेंटर में लाया गया।
बता दें कि कोरोना वायरस का डर इतना ज्यादा फैल गया है कि जो भारतीय दूसरे देशों में चीनी लोगों के साथ काम कर रहे हैं, उन्हें भी डर सता रहा है कि कहीं कोरोना वायरस से ग्रस्त ना हो जाएं। जिला स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि अभी तक 83 लोगों के फोन आए हैं, जिसमें कुछ ऐसे लोग हैं जो दूसरे देशों में काम करते हैं और अभी शहर लौटे हैं। वहां पर उनके साथ चीनी लोग भी काम कर रहे हैं।
चीनी लोगों के साथ काम करने के कारण उन में डर बना हुआ है कि कहीं कोरोना वायरस की चपेट में ना हो जाएं। सिविल सर्जन डॉ. जसवंत सिंह पूनिया ने कहा कि जरूरी नहीं है कि दूसरे देशों में काम कर रहे चीनी लोगो को कोरोना वायरस होगा। इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। डॉ. जसवंत ने कहा कि जो चीनी लोग एक साल या ज्यादा दिनों से दूसरे देशों में काम कर रहे हैं और हाल में चीन नहीं गए हैं तो उनके साथ रहने में कोई खतरा नहीं है।