लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी एनबीसीसी सोसायटी को स्वतंत्र फीडर की बिजली नहीं

फीडर खराब होने की स्थिति में निवासियों को ग्रामीण फीडर से बिजली आपूर्ति हो रही है। 10 दिन से सेक्टर-नौ स्थित सब-स्टेशन में एनबीसीसी फीडर की सीटी और पीटी जले पड़े हैं। बिजली निगम इनको बदलने को तैयार नहीं है। निवासियों को बिजली आपूर्ति में दिक्कत आ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:45 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:45 PM (IST)
लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी एनबीसीसी 
सोसायटी को स्वतंत्र फीडर की बिजली नहीं
लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी एनबीसीसी सोसायटी को स्वतंत्र फीडर की बिजली नहीं

संवाद सहयोगी, बादशाहपुर: बिजली निगम में स्वतंत्र फीडर के लिए 86 लाख रुपये जमा कराने के बाद भी सेक्टर-37 स्थित एनबीसीसी की ग्रीन व्यू सोसायटी को स्वतंत्र फीडर से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। फीडर खराब होने की स्थिति में निवासियों को ग्रामीण फीडर से बिजली आपूर्ति हो रही है। 10 दिन से सेक्टर-नौ स्थित सब-स्टेशन में एनबीसीसी फीडर की सीटी (करंट ट्रांसफार्मर) और पीटी (पोटेंशियल ट्रांसफार्मर) जले पड़े हैं। बिजली निगम इनको बदलने को तैयार नहीं है। निवासियों को बिजली आपूर्ति में दिक्कत आ रही है।

एनबीसीसी (नेशनल बिल्डिग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन)ग्रीन व्यू सोसायटी के लिए सेक्टर-नौ सब-स्टेशन से सोसायटी के गेट तक बिजली के दो फीडर बनाए जाने के लिए बिल्डर ने 86 लाख रुपये की राशि बिजली निगम को दी थी। इसके बदले में एक फीडर तैयार कर दिया गया और उससे सोसायटी को बिजली आपूर्ति होने लगी। दूसरा फीडर तैयार करने के लिए सोसायटी के लोगों ने सीएम विडो पर भी शिकायत की। दूसरा फीडर बिजली निगम ने अभी तक तैयार नहीं किया है।

मार्च में भी इस फीडर में फाल्ट आने के कारण कई दिन बिजली आपूर्ति ठप रही थी। उस समय भी सोसायटी की बिजली बसई ग्रामीण फीडर से की जाने लगी थी। 10 अक्टूबर को सेक्टर-नौ सब-स्टेशन में एनबीसीसी फीडर की सीटी और पीटी जल गई। बिजली निगम के अधिकारी इसको तैयार करने में आनाकानी कर रहे हैं। सब-स्टेशन में जली हुई सीटी और पीटी को बदलने के लिए बिल्डर पर दबाव बनाया जा रहा है।

हमारी सोसायटी में बिजली आपूर्ति के लिए दो स्वतंत्र फीडर लगाए जाने थे। उसके लिए बिल्डर ने 86 लाख रुपये बिजली निगम में जमा भी करा दिए। बिजली निगम ने खानापूर्ति के लिए एक फीडर चालू कर दिया। दूसरे फीडर को चालू नहीं करने की शिकायत सीएम विडो पर भी की गई। बिजली निगम के अधिकारियों ने उस शिकायत को भी गलत तरीके से निपटा दिया। अब फिर से फीडर में खराबी आने से सोसायटी में बिजली का बुरा हाल है।

-यादवेंद्र यादव, निवासी, एनबीसीसी, ग्रीन व्यू सोसायटी

बिजली निगम के अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी से सोसायटी के सभी लोग परेशान हो रहे हैं। ग्रामीण फीडर से बिजली जोड़ दी गई है। 10 दिनों से जो हमारा फीडर खराब पड़ा है, उसे ठीक करने की कोई भी अधिकारी सुध नहीं ले रहा है। दूसरा फीडर तैयार करने में तो निगम के अधिकारियों की बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं दिख रही है।

- रणधीर सिंह, महासचिव, आरडब्ल्यूए, ग्रीन व्यू एनबीसीसी, सोसायटी ------------

बीपीटीपी की पार्क सरीन सोसायटी में भी बिजली आपूर्ति का बुरा हाल है

बिजली निगम के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा निवासियों को भुगतना पड़ रहा है। केबल में बार-बार फाल्ट आने से बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। जुलाई में 167 घंटे, अगस्त में 60 घंटे और अक्टूबर में अब तक 49 घंटे बिजली आपूर्ति ठप रही है। ऐसी स्थिति में लोगों को पावर बैकअप की महंगी बिजली खरीद कर गुजारा करना पड़ रहा है।

- हेमंत कुमार, महासचिव, बीपीटीपी पार्क सरीन, सोसायटी, सेक्टर-37डी हमारी सोसायटी में करीब 600 परिवार रहते हैं। बिजली निगम को इन लोगों की जरा भी चिता नहीं है। 28 घंटे लगातार बिजली गुल रहती है। बिजली आपूर्ति के लिए जो केबल डाली गई है। वह बिल्कुल घटिया स्तर की है। सब-स्टेशन से लेकर हमारी सोसायटी तक इस केबल में 20 से भी ज्यादा कट लग चुके हैं। फाल्ट आने पर रिपेयर कर दिया जाता है।

-समीर चड्ढा, संयुक्त महासचिव, बीपीटीपी पार्क सरीन सोसायटी, सेक्टर-37डी

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