नवरात्र में पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में तैयारियां शुरू

13 अप्रैल से नव वर्ष विक्रमी संवत 2078 शुरू हो रहा है। इसी दिन प्रथम नवरात्र भी है। नवरात्र में पूजा अर्चना करने के लिए मंदिरों को भव्य रूप दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों को सजाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 08:13 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 08:13 PM (IST)
नवरात्र में पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में तैयारियां शुरू
नवरात्र में पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में तैयारियां शुरू

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: 13 अप्रैल से नव वर्ष विक्रमी संवत 2078 शुरू हो रहा है। इसी दिन प्रथम नवरात्र भी है। नवरात्र में पूजा अर्चना करने के लिए मंदिरों को भव्य रूप दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों को सजाया जा रहा है। साथ ही प्रबुद्ध लोग श्रद्धालुओं से कोरोना संक्रमण से बचाव को नवरात्र में घर पर रहकर ही पूजा अर्चना की अपील कर रहे हैं। महिलाओं से भी नवरात्र में मंदिर के बजाय घर में ही कलश स्थापना कर नवरात्र पूजन का आग्रह किया गया है। शीतला माता मंदिर में नवरात्र में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ जुटती है। इसके लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। सेक्टर 23 स्थित चेतन दास गौशाला में नौ दिन यज्ञ होगा।

नवरात्र में पूजा अर्चना के लिए शहर के शीतला माता मंदिर, प्रेम मंदिर, सुदर्शन मंदिर, गुफा वाला मंदिर, शक्ति मंदिर, सनातन धर्म मंदिर आदि में तैयारियां जोरों से चल रही है। शीतला माता मंदिर शहर के ही नहीं बल्कि दूर-दराज के श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है। नवरात्र में यहां काफी दूर से श्रद्धालु माता के दर्शनों को पहुंचते हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मंदिर प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है।

मंदिर के अधिकारी यज्ञदत्त शर्मा ने बताया कि बिना मास्क के किसी भी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज कर दिया गया है और समय-समय पर सैनिटाइज का काम भी किया जाएगा। श्रद्धालुओं को दो गज की दूरी बनाए रखने के लिए गोले बना दिए गए हैं। सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि वे अपने जूते चप्पल अपने वाहनों में ही छोड़कर आए। सुरक्षा की ²ष्टि से 200 पुरुष व 50 महिला पुलिसकर्मी मंदिर परिसर में तैनात किए जाएंगे। मंदिर के बाहर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भी ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों से आग्रह किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने उसकी भी व्यवस्था कर दी है। मुख्य प्रशासक विनय प्रताप सिंह ने तैयारियों का जायजा लिया है। उनके निर्देशानुसार कोविड-19 के सभी मानदंडों का पालन किया जा रहा है। कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि वे नवरात्र में मंदिरों में पूजा अर्चना करने की बजाय अपने घरों में ही कलश स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा अर्चना करें।

गार्गी कक्कड़, जिला अध्यक्ष, भाजपा मंदिर में सभी श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की गई है। कोविड-19 के सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा। पर ऐसी स्थिति में श्रद्धालु अपने घरों में ही रह कर पूजा अर्चना करें तो काफी बेहतर रहेगा।

डीडी शर्मा, प्रवक्ता, सनातन धर्म मंदिर सेक्टर-56

------------------- नव वर्ष प्रतिपदा को सभी शाखाओं में होगा आद्य सरसंघचालक प्रणाम

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रमुख हरीश कुमार ने बताया कि नव वर्ष प्रतिपदा को मनाने के लिए तैयारियां की जा रही है। अंग्रेजी कैलेंडर को छोड़कर सभी लोग विक्रमी संवत को मनाएं। संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार का जन्म भी इसी दिन हुआ था। संघ की ²ष्टि से नव वर्ष प्रतिपदा का विशेष महत्व है। इसी दिन सूर्योदय से ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की शुरुआत की। सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन राज्य स्थापित किया। भगवान श्री राम का राज्य अभिषेक इसी दिन हुआ। दुर्गा शक्ति के नवरात्र का पहला दिन होता है।

स्वामी दयानंद सरस्वती ने इसी दिन आर्य समाज की स्थापना की। पूरे वर्ष संघ की शाखाओं में ध्वज प्रणाम किया जाता है। नव वर्ष प्रतिपदा के दिन ध्वज प्रणाम के स्थान पर आद्य सरसंघचालक प्रणाम किया जाएगा। सभी शाखाओं में आद्य सरसंघचालक प्रणाम का कार्यक्रम रखा गया है। नव वर्ष प्रतिपदा मनाने के लिए कार्यकर्ता पूरे जोश से जुटे हुए हैं। पूरे शहर में भगवा पताका लगाई जाएंगी। नव वर्ष का अभिनंदन किया जाएगा।

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