निगम खुद करेगा सेक्टर-10ए पार्क का रखरखाव, आरडब्ल्यूए नाराज
सेक्टर-10ए आरडब्ल्यूए से पार्को के रखरखाव का काम नगर निगम ने वापस ले लिया है। आरडब्ल्यूए ने नगर निगम के इस फैसले पर आपत्ति जताई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सेक्टर-10ए आरडब्ल्यूए से पार्को के रखरखाव का काम नगर निगम ने वापस ले लिया है। आरडब्ल्यूए ने नगर निगम के इस फैसले पर आपत्ति जताई है। आरडब्ल्यूए का कहना है कि नियम-कानून को ताख पर रखकर उनसे पार्को के रखरखाव का काम वापस ले लिया गया है। उधर, निगम पार्षद का कहना है कि आरडब्ल्यूए पार्कों का बेहतर रखरखाव नहीं कर पा रही थी। इसलिए अब वार्ड कमेटी उनकी देखरेख करेगी।
शहर में नगर निगम क्षेत्र के पार्कों की देखरेख का जिम्मा आरडब्ल्यूए के पास है। नगर निगम इनकी देखरेख के लिए आरडब्ल्यूए को प्रतिमाह भुगतान करता है। सेक्टर 10ए के पार्कों के रखरखाव का काम आरडब्ल्यूए से वापस ले लिया गया। आरडब्ल्यूए ने नगर निगम के इस आदेश पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। आरडब्ल्यूए का कहना है कि पहले से वह पार्कों का रखरखाव करती आ रही है। नगर निगम के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर पार्कों के रखरखाव का काम वार्ड कमेटी को सौंप दिया। इसके लिए आरडब्ल्यूए को कोई पूर्व सूचना भी नहीं दी गई।
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हमारे पिछले कार्यकाल में 1,32,813 रुपए प्रतिमाह पार्क के रखरखाव के लिए मिलता था। हमारे समय में पार्कों की रखरखाव बेहतरीन रही। फिर भी हमने 3 महीने का बिल नगर निगम को सरेंडर कर दिया। अब पार्षद वार्ड कमेटी को पार्क रखरखाव का काम 2,84,000 रुपये में दिया गया। जो दुगने से भी ज्यादा है। मंसूबे साफ नजर आ रहे हैं। कम से कम 3 माह का नोटिस दिया जाना चाहिए था। ताकि आरडब्ल्यूए कर्मचारियों को नोटिस देकर आगाह कर सके।
-कमांडर उदयवीर यादव, अध्यक्ष, आरडब्ल्यूए, सेक्टर-10ए
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पार्कों के रखरखाव का काम सेक्टर10ए में बेहतर तरीके से नहीं किया जा रहा था। पार्को की हालत देखकर ही नगर निगम को इसका प्रस्ताव भेजा गया था। नगर निगम अधिकारियों ने अब इसका जिम्मा वार्ड कमेटी को दे दिया है। सभी पार्कों के बेहतर रखरखाव के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। रखरखाव की राशि किसी एक पार्क के लिए नहीं है। इसमें सेक्टर 10ए के साथ ही पूरे वार्ड के सभी पार्क शामिल हैं। एक महीने बाद पार्कों के रखरखाव का काम देख जा सकता है। सभी पार्क चमकते नजर आएंगे।
-अश्वनी शर्मा, नगर निगम पार्षद, वार्ड-23